स्विट्ज़रलैंड(जिनेवा) :- हाल ही में इंटर गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) द्वारा क्लाइमेट चेंज पर अपनी पाँचवी रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट को “SPECIAL REPORT ON LIMITING GLOBAL TEMPERATURES” के नाम से प्रकशित किया गया है।
क्या है IPCC
IPCC यूनाइटेड नेशन का एक “विज्ञान सम्बंधित व अंतर सरकारी” अंग है जिसकी स्थापना वर्ष 1988 में UN की दो संस्थाओ “WORLD METROLOGICAL ORGANIZATION और UNITED NATION ENVIRONMENT PROGRAMME” द्वारा की गई थी, जिसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड की राजधानी जिनेवा में स्थित है। जिसको कि बाद में UNITED NATION GENERAL ASSEMBLY के 43/53 प्रस्ताव द्वारा समर्थित किया गया था।
क्या है रिपोर्ट में ?
IPCC द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में पूर्व औद्योगिक समय के वैश्विक औसत तापमान को 1.5 डिग्री से कम रखने की सम्भावनाओ के बारे में चर्चा किया गया है।
विश्व भर के देशों को 2010 के मुकाबले ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को 2030 तक 20% से नीचे रखना पड़ेगा अगर धरती का वैश्विक औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस से कम रखना है। और साथ ही 2075 तक नेट जीरो कार्बन इमिशन का लक्ष्य प्राप्त करना होगा।
क्या है नेट जीरो इमिशन
जब साल भर में उत्सर्जित होने वाले कार्बन को प्रकृति द्वारा पूरी तरह से सोख लिया जाता है तब उस अवस्था को नेट जीरो इमिशन कहा जाता है।
पूर्व में IPCC द्वारा चार अन्य रिपोर्ट क्लाइमेट चेंज के ऊपर प्रकाशित हो चुकी है।
- पहली रिपोर्ट – वर्ष 1990 में प्रकाशित की गयी थी
- दूसरी रिपोर्ट – वर्ष 1995
- तीसरी रिपोर्ट – वर्ष 2001
- चौथी रिपोर्ट – वर्ष 2007
- पांचवी रिपोर्ट – वर्ष – अक्टूबर 2018
वर्ष 2007 में IPCC को अमेरिकी उपराष्ट्रपति AL GORE के साथ विश्व विख्यात नोबेल प्राइज से भी नवाजा जा चुका है।