नई दिल्ली: भगवान राम को दक्षिण कोरिया की संस्कृति से भी सम्बन्ध बताया गया है।
अयोध्या में राम मन्दिर का सैकड़ों वर्षों का इंतजार अब परसों साकार हो रहा है। पूरा देश इस ऐतिहासिक गौरवशाली क्षण का गवाही बनने जा रहे हैं। शुभ घड़ी के लिए दुनिया भर के रामभक्त प्रतीक्षा कर रहे हैं।
इसी कड़ी में सुदूर दक्षिण कोरिया के राजदूत ने भी भगवान राम से अपनी कोरियाई संस्कृति का प्राचीनतम सम्बंध बताया है।
दक्षिण कोरियाई राजदूत शिन बॉन्ग किल ने अपने बयान में कहा कि “कोरिया के साथ अयोध्या के महत्वपूर्ण संबंध हैं। कोरिया की प्राचीन इतिहास पुस्तक में लिखा है कि अयोध्या की एक राजकुमारी ने एक कोरियाई राजा किम सुरो से शादी की थी।”
इसके बाद राजदूत ने अयोध्या व दक्षिण कोरिया व पुरातात्विक महत्व के जरिए सम्बंध बताया। उन्होंने बयान में जोड़ते हुए कहा कि “राजा के मकबरे से पुरातात्विक निष्कर्षों में, अयोध्या से संबंधित कलाकृतियों को पाया गया है।”
Ayodhya has important relations with Korea. In Korea’s ancient history book, it’s written that a princess from Ayodhya married a Korean king Kim Suro. In archaeological findings from king’s tomb, artefacts belonging to Ayodhya have been found: Shin Bong-kil, South Korean Envoy pic.twitter.com/vW5RoeBO87
— ANI (@ANI) August 3, 2020
भूमि पूजन से दिव्य युग का प्रारंभ:
रामायण के राम अरूण गोविल ने राम मंदिर भूमि पूजन पर खुशी जताते हुए कहा कि “भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास की प्रतीक्षा समस्त मानव जाति कर रही है।”
आगे अरुण गोविल ने कहा कि “अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही एक दिव्य युग का शुभारंभ हो जाएगा। जय श्रीराम।”
भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास की प्रतीक्षा समस्त मानव जाति कर रही है। अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही एक दिव्य युग का शुभारंभ हो जाएगा। जय श्रीराम 🙏@ZeeNews @ABPNews@TOIIndianews @indiatvnews@News24 @republic@aajtak @NewsNationTv
— Arun Govil (@arungovil12) August 3, 2020
फ़र्जी सेकुलरधारियों पर भड़के थे राम:
पिछले महीनों दूरदर्शन के रामायण में दिखे राम यानी अरुण गोविल नें हिंदु धर्म और सेकुलरिज्म को लेकर भी बहुत बड़ी टिप्पणी की थी। अरुण गोविल नें अपने बयान में हिंदु धर्म के उदारवाद, संवेदनशीलता व मानवतावाद जैसे सैद्धांतिकगुणों का बखान किया।
रामायण के राम ने कहा कि “हिन्दू धर्म जो सदा ही उदारवादी रहा है, संवेदनशीलता और मानवता जिसका गुण रहा है। उसे सेक्युलरिज्म मत सिखाओ ऐ बुद्धिजीवियो।”
वो हिन्दू धर्म जो सदा ही उदारवादी रहा है, संवेदनशीलता और मानवता जिसका गुण रहा है।
उसे सेक्युलरिज्म मत सिखाओ ऐ बुद्धिजीवियो, सदा इंसानियत जिसका गुरूमंत्र रहा है।— Arun Govil (@arungovil12) June 14, 2020
सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए राम:
आपको बता दें कि अरुण गोविल रामायण की पुनर्प्रस्तुति के बाद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने लगे हैं वो अपने सोशल मीडिया माध्यमों से वर्तमान में चल रहे मुद्दों व बहसों को भगवान राम के गुणों के जरिए अपने विचार साझा करते हैं।
इसके अलावा अपनी आधिकारिक वेबसाइट में वो राम के गुणों से जोड़कर ताजा तरीन मुद्दों पर लेख भी लिख रहे हैं।
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