गोरखपुर: प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ में धर्म परिवर्तन के एक मामले में दलित महिला को पीटने का वाक्या सामने आया है। गोरखपुर के चौरी चौरा थाने के समीप चौरा गाँव की इस घटना में एक दलित महिला उर्मिला देवी के साथ एक ईसाई महिला द्वारा धर्म न बदलने को लेकर मारपीट का आरोप लगा है।
पीड़िता उर्मिला देवी के मुताबिक उनके पति बृजेश कनोजिया गोरखपुर से बाहर कार्य करते है जिस कारण महिला अधिकतर घर में अकेली रहती थी। वहीं उनके पड़ोस में किराये पर रहने वाली एक ईसाई महिला भारती उन्हें कई महीनो से चर्च ले जा रही थी। चर्च ले जाने के साथ ही वह उसे बाइबल भी पढ़ाया करती थी।
साथ ही उर्मिला के अनपढ़ होने के कारण भारती उसे अनाप सनाप बाते कर हिन्दू धर्म के प्रति भड़काने का कार्य भी करती रहती थी। पीड़िता ने बताया कि पहले तो उसने पारिवारिक सम्बन्ध अच्छे बनाये फिर कहने लगी कि ईसाई धर्म में परिवर्तित हो जाओ तो तुम्हारे सारे दुःख दर्द दूर हो जायेंगे।
उर्मिला के मुताबिक उसने उसे करीब 10 हज़ार रूपए मदद के तौर पर उधार भी दिए थे जिसे उसे चुकाना बाकी था। वहीं उर्मिला भी उनके कपडे प्रेस करती थी जिसके कारण उसके भी भारती पर करीब 4 हज़ार रूपए बकाया थे। लेकिन पैसे के लेन देन को लेकर कभी कोई विवाद नहीं हुआ था।
जिसके बाद बीते कुछ दिनों से ईसाई महिला व उसका पति रामा ईसाई महिला पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगे। जिसपर पति के घर आने पर महिला ने सारी बाते अपने पति बृजेश कनौजिया को बताई।
#गोरखपुर के चौरीचौरा थानांतर्गत चौरा गांव की उर्मिला पर ईसाई धर्म नहीं अपनाने पर उसी गांव के ईसाई रमा और उसकी पत्नी भारती ने किया जानलेवा हमला दी जान से मारने की धमकी अगर ईसाई धर्म कुबूल नहीं किया तो स्थानीय प्रशासन मौन कोई कार्यवाही नहीं @shalabhmani @gorakhpurpolice @Uppolice pic.twitter.com/KXZzhDd5H3
— नीरज द्विवेदी TVM (@NEERAJD811) August 10, 2020
महिला ने पति को बताया कि भारती उसे चर्च ले जाती है बाइबल पढ़ाती है व कहती है अब धर्म परिवर्तन कर लो सभी दुःख दर्द दूर हो जायेंगे। जिसपर बृजेश कनोजिया ने साफ़ इंकार करते हुए उर्मिला को उससे बात न करने के लिए कहा। पीड़िता ने बताया कि उसके पति ने कहा कि “हम अपना ज़ात जनेऊ नहीं बदलेंगे, हम जैसे है वैसे ठीक है”।
वहीं उर्मिला द्वारा भारती से सभी सम्बन्ध तोड़ लिए गए जिसपर ईसाई महिला व उसका पति भड़क गया। आये दिन उन्होंने उर्मिला को जातिसूचक गालिया देनी शुरू कर दी जिसपर उर्मिला ने पहले तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन मामला बढ़ने पर उसने भारती को ऐसा न करने की बातें कही जिसपर ईसाई महिला ने एकाएक उर्मिला देवी पर हमला बोल दिया। हमले में उर्मिला देवी घायल हो गई जिससे उनके पैर व हाथ में गंभीर चोटें भी आई।
वहीं ईसाई महिला व उसके पति ने पहले जाकर थाने में तहरीर दे दी कि पैसे के लेन देन को लेकर उर्मिला से उसकी झड़प हो गयी है ताकि यह मामला किसी भी प्रकार से धर्म परिवर्तन का न लगे।
जिसके बाद उर्मिला जब थाने गई तो वहां पुलिस वालो ने दबाव बना उर्मिला से धर्म परिवर्तन का मामला न होने की बात लिख अंगूठा लगवा लिया गया। जिसकी सुचना उर्मिला ने घर आकर पड़ोसियों को दी।
उन्ही में से ही इलाके में योग का कोर्स कर रहे छात्र ऋषभ ने हमें बताया कि उर्मिला पढ़ी लिखी नहीं है इसलिए पुलिसवालो ने उससे धर्मपरिवर्तन की बात न होने सम्बंधित कागज़ पर अंगूठे लगवा लिए जिसकी सुचना उसे खुद उर्मिला देवी ने दी घर आके दी थी।
ऋषभ के अनुसार दलित परिवार बेहद गरीब है इसलिए इनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!