दमोह: आज रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह जिले के सिंग्रामपुर, में राज्य-स्तरीय जनजातीय सम्मेलन और सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्य का शिलान्यास किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा किसिंगौरगढ़ का किला रानी दुर्गावती की वीरता का प्रतीक है, अब इसका जीर्णोद्धार होगा। हम रानी का बलिदान दिवस हमेशा मनाते हैं, हम अब यह कार्यक्रम तीन दिन तक इस तरीके से मनाएंगे की यह हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा।
इतिहास के पन्नों को पलटते हुए मुख्यमंत्री बोले कि अकबर ने अपने दूत को भेजकर यह प्रयास किया कि रानी दुर्गावती अधीनता स्वीकार कर लें, लेकिन वीरांगना ने कहा कि प्राण त्याग दूंगी, लेकिन किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करूंगी। रानी दुर्गावती की वीरता, साहस और शौर्य को नमन।
आगे जनजातीय समुदाय के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमारे जनजातीय समुदाय के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी जिससे ये लगातार आगे बढ़ते रहें। उन्हें उच्च शिक्षा के लिए किराए का कमरा लेना पड़े, तो उनका किराया हमारी सरकार भरेगी जिससे किसी की पढ़ाई बाधित न हो।
अंत में उन्होंने कहा कि अत्यंत प्रतिभाशाली जनजातीय बच्चों की कोचिंग की व्यवस्था हम कर रहे हैं। उनकी पढ़ाई की फीस भी माता-पिता नहीं, भाजपा सरकार भरेगी। जनकल्याणकारी संबल योजना भी हमने पुनः प्रारम्भ कर दी है जिससे गरीब के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।