नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि बंगाल में हिंसा आगजनी व लूटपाट पर अभिलंब विराम लगे।
एक प्रेस बयान जारी कर विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि बंगाल में गत 3 दिनों से लगातार चल रही हिंसा आगजनी लूटपाट धमकियों तथा राजनीतिक विदेश पूर्ण हमलों ने संपूर्ण देश को ना सिर्फ शर्मसार किया है अपितु लोकतांत्रिक मर्यादाओं को भी तार-तार किया है।
राज्य में मतगणना के दौरान प्रारंभ हुए अनेक प्रकार के अनवरत हमलों पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद पांडे ने कहा कि बंगाल में हिंदू समाज भयाक्रांत है और जिनके पास राज्य की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है वे अपनी आंखें मूंदे बैठे हैं।
आगे कहा कि राज्य के लगभग हर हिस्से से लगातार यही खबरें आ रहे हैं कि हिंदू घरों व मंदिरों बस्तियों बहनों बेटियों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को समाज कंटक टीएमसी के गुंडे व जिहादी तत्व हिंसा आगजनी व लूटपाट का शिकार बना रहे हैं। हिंदुओं को राजनीतिक प्रतिद्वंदियों द्वारा लगातार धमकियां भी दी जा रही हैं तथा इन सब मामलों में स्थानीय पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन तमाशा देख रहा है।
अब तक 1 दर्जन से अधिक लोगों की जान ले चुकी हैं तथा अनेक दुकानें, मंदिर, व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्वाहा हो चुके हैं। हिंसा की शिकार हुतात्माओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विहिप महामंत्री ने मांग की कि राज्य शासन हिंसा के तांडव को अविलंब रोक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें।
परांडे ने ये भी कहा कि राज्य सरकार के उदासीन रवैए को गंभीरता से लेते हुए अब केंद्र सरकार भी उचित कार्रवाई करे। जहां सुरक्षा बल सुरक्षित ना हो वहां सामान्य नागरिकों का क्या हाल होगा यह आसानी से समझा जा सकता है। वर्तमान शासन व राजनीतिक नेतृत्व क्षुद्र राजनीतिक विद्वेष से अपने ही नागरिकों पर हो रहे अत्याचारों पर मूक दर्शक बन मुंह मोड़ लेना हिंसा को बढ़ावा देने से कम नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में हिंदू समाज को भी अपनी रक्षा का पूर्ण अधिकार है, जिसका वह प्रयोग करेगा।