नई दिल्ली: टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच बंगाल की युवती के साथ हुई कथित दुष्कर्म की घटना अब किसान नेताओं के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर रही है।
वहीं इसी कड़ी में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव की भूमिका को लेकर भी काफी सवाल खड़े हुए हैं। उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को संज्ञान में लिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि योगेंद्र यादव को एक नोटिस भेज रहे हैं जो खुद कह रहे हैं कि टिकरी बॉर्डर में जिस लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार हुआ था, उसने उसे यौन उत्पीड़न के बारे में संकेत दिया और उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी।
इसके पहले भी रेखा शर्मा ने योगेंद्र यादव की भूमिका को लेकर इस पूरे मामले की जांच कराने को हरियाणा सरकार से मांग की थी। उन्होंने कहा था कि यह जानकर चौंक गई कि मरने से पहले महिला के यौन उत्पीड़न के बारे में योगेंद्र यादव जानते थे, लेकिन उन्होंने पुलिस को रिपोर्ट करने के बारे में नहीं सोचा। अनिल विज (गृहमंत्री, हरियाणा) पुलिस को यादव की जांच करनी चाहिए।
क्या था टिकरी बॉर्डर का पूरा मसला
बीते दिनों हरियाणा पुलिस ने टिकरी बॉर्डर (Tikari Border) पर किसान आंदोलन में शामिल होने आई पश्चिम बंगाल की एक लड़की के साथ रेप (Rape) होने का मामला दर्ज किया था।
टिकरी बॉर्डर पर किसान सोशल आर्मी चलाने वाले अनूप और अनिल मलिक समेत 6 आरोपी हैं। कुछ दिनों पहले इस लड़की की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी।
6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
यह मामला युवती के पिता की शिकायत पर दर्ज़ किया गया है। मामले में शहर थाना पुलिस ने टिकरी बॉर्डर पर किसान सोशल आर्मी चलाने वाले अनूप और अनिल मलिक समेत 6 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामला आईपीसी की धारा 365, 342, 354, 376 और 120 बी के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए प्रयास में लगी है।
एफआईआर में सभी आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म के साथ अपहरण, ब्लैकमेलिंग, बंधक बनाने और धमकी देने की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने फिलहाल चार किसान नेता और दो आंदोलन से जुड़ी महिला वॉलंटियर को भी आरोपी बनाया है।
लड़की के साथ बलात्कार के आरोपी टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में काफी सक्रिय रहते थे। अनिल मालिक, अनूप सिंह, अंकुश सांगवान, जगदीश बराड़, कविता आर्य और योगिता सुहाग पर मामला दर्ज हुआ है।