नई दिल्ली: क्रिकेटर सुरेश रैना द्वारा खुद को ब्राह्मण बताने पर सोशल मीडिया पर काफी विरोध होने लगा जिसके बाद पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद उनके समर्थन में आए हैं।
1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने रैना के हालिया बयान से जुड़ी एक खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जाति प्रमाण पत्र रखने वालों और आरक्षण का लाभ लेने वालों के साथ कोई समस्या नहीं है। मेरे ब्राह्मण पर गर्व करने पर किसी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए?
आगे उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं के घरों में सभी सनातनी अनुष्ठान और कर्मकांड ब्राह्मण द्वारा किए जाते हैं। यह नफरत क्यों ?
इसके अलावा जब रैना के बयान पर लोग सोशल मीडिया ट्रेंड “मैं भी ब्राह्मण” चलाकर समर्थन कर रहे थे तब भी कीर्ति ने कहा था “मैं भी ब्राह्मण हूँ…आपत्ति कैसी भाई ?”
क्या था विवाद ?
तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) का पांचवां सीजन चल रहा है। सीरीज के पहले मैच के दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम का हिस्सा रहे सुरेश रैना एक कमेंटेटर ने पूछा कि उन्होंने दक्षिण भारतीय संस्कृति को कैसे अपनाया? उन्हें यहां के पहनावे में नाचते और सीटी बजाते देखा गया है।
इन प्रश्नों के जवाब में रैना ने कहा, “मुझे लगता है, मैं भी ब्राह्मण हूं। मैं 2004 से चेन्नई में खेल रहा हूं। मुझे यहां कि संस्कृति से प्यार है। मैं अपने साथियों से प्यार करता हूं। मैं अनिरुद्ध श्रीकांत के साथ खेल चुका हूं। बद्री (सुब्रमण्यम बद्रीनाथ), बाला भाई (एल बालाजी) भी हैं। मुझे लगता है कि आपको वहां से कुछ अच्छा सीखने की जरूरत है। हमारे पास एक अच्छा प्रशासन है। मुझे चेन्नई की संस्कृति पसंद है और मैं भाग्यशाली हूं कि मैं सीएसके का हिस्सा हूं।”