नई दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय ने कहा है कि रामायण सर्किट के तहत दो परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
रामायण सर्किट पर्यटन मंत्रालय की ‘स्वदेश दर्शन’ योजना के चिन्हित किए गए विषयगत सर्किट में से एक है जिसके तहत दो परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। मंत्रालय ने बौद्ध, तीर्थंकर, कृष्णा और आध्यात्मिक सर्किट के तहत परियोजनाओं को भी मंजूरी दी है।
इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ‘तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान (प्रशाद)’ योजना पर राष्ट्रीय मिशन के तहत चिन्हित किए गए तीर्थ और विरासत स्थलों के एकीकृत विकास के लिए राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को वित्तीय सहायता प्रदान किया है।
यह जानकारी पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
बता दें कि मंत्रालय ने शुरू में रामायण और कृष्णा सर्किट के तहत विकास के लिए निम्नलिखित स्थलों की पहचान की थी:
रामायण सर्किट:
अयोध्या, नंदीग्राम, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीतामढ़ी, बक्सर और दरभंगा (बिहार), चित्रकूट (मध्य प्रदेश), महेंद्रगिरि (ओडिशा), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), नासिक और नागपुर (महाराष्ट्र), भद्राचलम (तेलंगाना) ), हम्पी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु)।