नई दिल्ली: आरक्षण को लेकर RSS के सर कार्यवाह दत्तात्रय होसबाले द्वारा दिए गए बयान पलटवार करते हुए पर राष्ट्रीय जनता दल ने ब्राह्मणों पर अभद्र टिप्पणी की है।
पिछले दिनों एक कार्यक्रम में आरएसएस द्वारा आरक्षण पर की गई टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने तनिक भी देर न करते हुए आरएसएस के जरिए चितपावन ब्राह्मणों पर अशोभनीय टिप्पणी की।
आरजेडी ने कहा कि मुट्ठीभर चितपावन ब्राह्मणों के जातिवादी संगठन की इतनी औक़ात नहीं है कि देश के 85% अनुसूचित जाति जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को रोक दें।
आरजेडी ने आगे कहा कि हम आरएसएस की सारी चालाकियाँ समझते है। वे सब कुछ बेच कर आरक्षण को बैकडोर से ख़त्म करने की कोशिश कर रहे है और हम ऐसा संभव नही होने देंगे।
आरएसएस ने खुद को बताया आरक्षण का प्रबल समर्थक:
गौरतलब है कि बीते दिनों RSS सर कार्यवाह दत्तात्रय होसबाले ने कहा था कि संघ आरक्षण का प्रबल समर्थक है। वह बात उन्होंने ‘मैकर्स आफ मॉडर्न दलित हिस्ट्री’ पुस्तक के विमोचन के मौके पर इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के सम्बोधन में कही।
उन्होंने कहा था कि भारत का इतिहास दलितों से अलग नहीं है। उनके इतिहास के बगैर भारत का इतिहास अपूर्ण रहेगा। भारत के लिए आरक्षण ऐतिहासिक जरूरत है। यह तब तक जारी रहना चाहिए, जब तक समाज को कोई खास वर्ग असमानता महसूस करे। उन्होंने कहा कि आरक्षण एक ‘सकारात्मक कार्रवाई’ है। समाज के सभी तबकों के बीच आरक्षण व सौहार्द साथ साथ चलना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि मेरा संगठन और मैं दशकों से आरक्षण के प्रबल समर्थक रहे हैं। जब भी कई परिसरों में आरक्षण विरोधी आयोजन होते हैं तो हम प्रस्ताव पारित करते हैं। हमने पटना में आरक्षण के समर्थन में एक सेमिनार भी आयोजित किया था।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.