भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार धर्मांतरण में शामिल गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) पर नकेल कसने के मूड में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ऐसे एनजीओ की विदेशी फंडिंग की जांच के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय में कमिश्नर्स, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक की वीडियो कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संदिग्ध एनजीओ को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ शब्दों में कहा कि फॉरेन फंडिंग पाने वाले सभी एनजीओ को चिन्हित कर उनकी जांच की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैमनस्य फैलाने वाले, समाज को तोड़ने का काम करने वाले और धर्मांतरण करने वाले एनजीओ के लिए मध्यप्रदेश में कोई जगह नहीं है, उन्हें हम यहां रहने नहीं देंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि समाज को तोड़ने में कई एनजीओ का हाथ है। ऐसे सभी एनजीओ और उनसे जुड़े लोगों की भी जानकारी होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अपराधों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध की खबरें मन को बहुत तकलीफ देती हैं। उन्होंने इस तरह के अपराधों का अध्ययन कर इन्हें रोकने के हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अपहृत बालक-बालिकाओं को मुक्त कराने में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए इंदौर, भोपाल, धार, जबलपुर, सागर जिलों को बधाई दी। बैठक में बताया गया कि 1 जनवरी से 31 अक्टूबर के बीच 1665 बालकों और 9603 बालिकाओं को अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराया गया।
मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा एवं उनके खिलाफ होने वाले अपराध रोकने के लिए अच्छा काम वाले लोगों को असली हीरो सम्मान से सम्मानित किया और उन्हें इसके लिए बधाई दी।