अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में टूटे 300 वर्ष पुराने शिव मंदिर पर अब राजनीती तेज हो गई है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने पर लगी हुई है। हालाँकि कांग्रेस सरकार भाजपा को इसका जिम्मेदार मान रही है। गहलोत सरकार का कहना है कि BJP के इशारे पर मंदिर को अतिक्रमण मानकर तोड़ा गया था।
BJP नेताओं पर हुई FIR
मंदिर टूटने के बाद जयपुर में राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष सतीश दुहारिया और राजगढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी पर षड्यंत्र के तहत मंदिर गिराने का आरोप लगाकर FIR दर्ज की गई है। शिकायत में कहा गया है कि मंदिर तोड़ने का प्रस्ताव भाजपा नेताओं ने ही पास किया था। शिकायतकर्ता ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
कांग्रेस बनाएगी मंदिर
प्रदेश सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने दावा किया है कि सरकार शिव मंदिर को फिर से बनाएगी। साथ ही मंदिर तोड़ने वाले भाजपा बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। मीडिया से चर्चा करते हुए मंत्री खाचरियावास ने कहा कि अलवर के राजगढ़ में भाजपा बोर्ड ने प्रस्ताव पास करके मंदिर और मकान तोड़ दिए। लोग चिल्लाते रहे, लेकिन उनकी किसी ने भी नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के चेयरमैन दिनेश बुगालिया प्रस्ताव लेकर आए थे। कांग्रेस का एकमात्र पार्षद विरोध करता रहा, लेकिन उसे अंदर तक नहीं आने दिया गया।
आपको बता दे कि अभी हाल ही में भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया ने गलत शब्दों का प्रयोग कर माता सीता का अपमान किया था। उन्होंने रावण को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि रावण ने कोई बड़ा गुनाह नहीं किया था बस अपरहण किया तो माता सीता को छुआ नहीं था।