महाराष्ट्र: एनसीपी के नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल का माँ सरस्वती को लेकर एक विवादित बयान सामने आया है, उन्होंने कहा कि स्कूलों से माँ सरस्वती की फोटो को हटाकर डाॅ भीमराव अंबेडकर, सावित्रीबाई फुले, महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहू महाराज और कर्मवीर भाऊराव पाटिल की तस्वीर लगानी चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान दिया विवादित बयान
एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल बीते दिन सोमवार को यशवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि जिन्हें हमनें कभी देखा ही नहीं है जिन्होंने हमें कुछ पढ़ाया ही नहीं है, उनकी फोटो स्कूलों में क्यों लगाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि स्कूलों से सरस्वती की फोटो हटाकर ‘ डाॅ भीमराव अंबेडकर, सावित्रीबाई फुले, महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहू महाराज और कर्मवीर भाऊराव पाटिल जैसी हस्तियों की फोटो लगाई जानी चाहिए, जिनकी वजह से हमें शिक्षा और अधिकार प्राप्त हुए हैं। यही आपके देवता है, इनकी पूजा होनी चाहिए।
वहीं एनसीपी नेता छगन भुजबल के विवादित बयान के बाद महाराष्ट्र से बीजेपी विधायक राम कदम ने छगन भुजबल से मांफी की मांग करते हुए कहा कि अभी तो उन्होंने स्कूलों से देवी देवताओं की फोटो उतारने की बात कही है, कहीं आगे यह न कह दे कि मंदिरों की भी क्या जरूरत हैं।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयेगें, तो यही सारे नेता मंदिरों में माथा टेकते नजर आते हैं। हमारे देवी-देवताओं का अपमान बर्दाश्त के बाहर है।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.