बाड़मेर- राजस्थान में बाड़मेर जिले के गिराब थाना क्षेत्र के असाड़ी गाँव में बीते दिनों हुए कोजाराम मेघवाल हत्याकांड में दलित समुदाय के बाद, अब सर्व समाज के लोग भी सड़कों पर उतर आये हैं। सर्व समाज के लोगों का कहना है कि कोजाराम मेघवाल मामले में अगर दबाव के चलते निर्दोष पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जाती है, तो सर्व समाज के लोगों शांत नहीं बैठेंगे।
आपको बता दे कि सोमवार को सर्व समाज के हजारों लोगों जिला कलेक्ट्रेट के सामने इकट्ठा हो गए और शासन, प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर निर्दोष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दबाव में की गई कार्रवाई को ड्राप नहीं किया गया, तो सर्व समाज के लोग एक बड़ा आदोंलन करने के लिए बाध्य होगें। जिसके बाद कलेक्ट्रेट के आस पास प्रदर्शनकारियों की भीड़ को बढ़ता देख भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
वहीं सर्व समाज के प्रतिनिधिमंडल के नेता राजेंद्र सिंह भियाड़ का कहना है कि हमारी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन से बातचीत सोहार्दपूर्ण रहीं है, प्रशासन ने हमारी मांगों को मान लिया है और आश्वासन दिलाया है कि पूरे मामले में जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं प्रतिनिधिमंडल के एक अन्य सदस्य किशोर सिंह कानोड़ का कहना है कि यह एक ट्रेंड सा चल गया है, जिसमें एससी एसटी एक्ट का दुरूपयोग कर निर्दोष लोगों को लगातार फंसाया जा रहा है। यह गलत है और अगर निर्दोष लोगों पर किसी भी तरह की कार्रवाई हुई तो चुप नहीं बेठेंगे।
जानिए क्या था पूरा मामला?
आपको बताते चले कि राजस्थान के बाड़मेर जिले में बार बार एससी एसटी एक्ट के मामले लगाए जाने से परेशान एक किसान ने 12 अप्रैल को एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी। यह हैरान कर देने वाला मामला जिले के गिराब थाना क्षेत्र के असाड़ी गाँव का है, जहां पुराने जमीनी विवाद के चलते गाँव के ही एक दलित व्यक्ति कोजाराम मेघवाल ने एक किसान परिवार के खिलाफ एकाएक दर्जन भर से अधिक एससी एसटी एक्ट के मुकदमे दर्ज करा दिये थे। जिसके बाद दोनों पक्षों में हुई आपसी झड़प में दलित व्यक्ति कोजाराम मेघवाल की मौत हो गई थी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.