लखनऊ- उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती में गिलोला थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 11 वर्षीय ब्राह्मण लड़की को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया और बाद में आरोपी द्वारा उसकी हत्या कर दी गई हैं। आरोपी की पहचान मुजफ्फर अली के रूप में हुई है, जो पिछले 20 सालों से अपनी असल पहचान छुपाकर गांव में शील कुमार बन कर रह रहा था। वहीं ग्रामीणों ने नियो पाॅलिटिको को बताया है कि आरोपी मूल रूप से बांग्लादेश का रहने वाला है।
हमें मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को आरोपी मुजफ्फर अली बच्ची को बहला-फुसलाकर किसी सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया और अपना गुनाह छुपाने के लिए उसने बेरहमी से बच्ची का गला दबा कर हत्या कर दी। जिसके बाद उसने नाबालिग के मृत शरीर को एक बोरे में बंद कर बहराइच के पयागपुर थाना क्षेत्र के मिर्चीहा गांव के पास एक झाड़ी में छिपा दिया।
काफी समय बीत जाने के बाद भी जब नाबालिग घर नहीं लौटी तो बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित परिजनों ने पड़ोसी शील कुमार और उसके परिजनों के खिलाफ अपहरण का आरोप लगाते हुए गिलोला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अगले दिन रविवार को आरोपी को परेवपुर के निकट बौद्ध परिपथ से गिरफ्तार कर लिया, जहां कढ़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म स्वीकार लिया हैं।
इतना ही नहीं नियो पाॅलिटिको से बात करते हुए ग्राम प्रधान ने इस घटना पर आश्चर्य और निराशा व्यक्त की हैं। ग्राम प्रधान का कहना है कि आरोपी मुस्लिम होने के बावजूद भी हिंदू पहचान अपनाकर दो दशकों से गांव में रह रहा था, इस खुलासे ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है।
वहीं गाँव के स्थानीय लोग इस क्रूर कृत्य के बाद से काफी आक्रोशित है, उनका कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में तत्काल संज्ञान लेती तो शायद नाबालिग की जान बचाई जा सकती थी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.