शिवपुरी- मध्यप्रदेश में शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र में दलितों की दबंगई देखने को मिली है, जहां एक युवक की आत्महत्या से नाराज जाटव समाज के लोगों ने स्थानीय थाने पर हमला कर दिया और थाने में मौजूद उप निरीक्षक केपी शर्मा और सहायक उप निरीक्षक सुबोध कुमार टोप्पो के साथ लात घूँसों से मारपीट कर दी। हमले में दोनों पुलिस कर्मियों को नाक व कान से खून निकल आया और शरीर में भी कई अंदरूनी चोटें आई हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
आपको बता दे कि कुछ दिनों पहले 27 सितंबर को टोरिया खुर्द गाँव में दिनेश जाटव नाम के एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद परिजनों और भीम आर्मी के हंगामे के बीच पुलिस ने दबाव में एससी एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया था। इसी सिलसिले में उसके परिजन रविवार को करैरा थाने पहुंचे थे और वहां पर मौजूद उप निरीक्षक केपी शर्मा से कहा कि तुमने अब तक इस केस में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की और न ही हमारे बयान लिए।
जिसके जवाब में उप निरीक्षक केपी शर्मा ने कहा कि यह केस एससी एसटी एक्ट से संबंधित होने के कारण इसकी जाँच एसडीओपी करैरा कर रहें हैं। आप लोगों के बयान एसडीओपी कार्यालय में ही लिए जाएगें, आप वहीं चले जाइए। इस बात पर सभी आरोपी नाराज हो गए और एक राय होकर कुर्सी पर बैठे केपी शर्मा की लात घूँसों से पिटाई शुरू कर दी और कुर्सी से नीचे गिरा दिया, इतना ही नहीं जब सहायक उप निरीक्षक सुबोध कुमार टोप्पो उन्हें बचाने आए तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी।
वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए हमले में शामिल आरोपी बनमाली पिता पेज सिंह जाटव, पेज सिंह पिता लटोरे जाटव, शारदा पत्नी दिनेश जाटव, बाबूलाल पिता नन्ना जाटव, नरेश पिता बाबूलाल जाटव, बबलू उर्फ बल्ली जाटव, कमल किशोर पिता हरिराम जाटव सहित अन्य 9 आरोपियों के खिलाफ धारा 308, 353, 332, 294, 506, के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.