बीजिंग: चीनी सरकारी मीडिया के प्रमुख अंग्रेजी चैनल China Global Television Network (CGTN ) ने भारत व चीन विवाद पर एक विवादित लेख प्रकाशित किया है। CGTN को चीनी सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में भी देखा जाता है जो ज़ी जिनपिंग सरकार के प्रोपेगंडा को दुनिया के समक्ष एक अजेंडे के तहत पहुँचाता है।
इसी चैनल की वेबसाइट पर छपे एक लेख में सरकार ने भारत पर विवाद को हवा देने व हिंसा भड़काने का दोषी बताया है। लेख को बड़ी चालाकी से ओपिनियन सेक्शन में छपवाने के साथ एक विदेशी रुसी लेखक से इसे लिखवाया गया है ताकि इस विषय को एक ग्लोबल सोच के तौर पर लोगो के सामने पेश किया जा सके।
चैनल के मुताबिक मंगलवार रात को भारतीय सेना ने LAC को पार करते हुए अक्साई चीन में घुस कर चीनी सैनिको के साथ हिंसक झड़प को अंजाम दिया जिसमे कई जवान मारे गए।
जहां लेख में बड़ी चालाकी से दो ब्रिक्स व SCO देशो में हुई इस झड़प को दुखद बताया गया है तो साथ ही भारत को दोषी मानते हुए कहा कि पिछले हफ्ते हुई हाई लेवल मीटिंग में बीजिंग ने यह मान लिया था दोनों देश आम सहमति पर पहुंच गए है। लेकिन उसके बाद भारत की ओर से इस दुखद घटना को अंजाम दिया गया।
आगे चीनी सरकार की ही बातो को आगे बढ़ाते हुए भारत के रीजनल अग्रेसन को क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के लिए एक खतरा भी बता दिया।
मोदी के अखंड भारत के सपने को बताया जिम्मेदार
CGTN पर छपे इस लेख में पाकिस्तान सरकार के राग को ही फिर से अलापा गया है। मोदी सरकार के हिन्दू राष्ट्रवाद की धुन को भारत के लिए नुकसानदायक बताते हुए लिखा गया है कि कैसे 2014 बाद से मोदी सरकार ने सभी पडोसी देशो के साथ अपने सम्बन्ध बॉर्डर पर ख़राब कर लिए है।
श्री लंका में आई चीनी विरोधी सरकार को लाने में भी लेख में मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहरा दिया गया है। वहीं इसमें सबसे दिलचस्प बात यह रही कि चीन ने भारत पर अक्साई चीन को कब्जाने का आरोप लगाया है।
चीन के अनुसार भारत के अखंड भारत के सपने कि वजह से भारत LAC को पार कर अक्साई चीन को हथियाना चाह रहा है। इसके लिए लेख में अमित शाह व रक्षा मंत्री के बयानों का वर्णन किया गया है।
आपको बता दे कि यह पहली बार है जब चीनी सरकारी मीडिया के माध्यम से चीन अखंड भारत की बाते उठाते हुए अक्साई चीन पर भारत की नजरे होने की बाते काबुल रहा है।
यूएस के साथ हुए स्ट्रेटेजिक समझौते को भी माना जिम्मेदार
चीन ने आरोप लगाया कि अमेरिका भारत को चीन के खिलाफ चल रहे नए कोल्ड वॉर में इस्तेमाल कर रहा है। साथ ही चीन ने अमेरिकी सरकार द्वारा भारत को अनुचित ढंग से उपयोग करने की भी बाते कही है।
लेख के मुताबिक अमेरिका के साथ हुए भारत के “Logistics Exchange Memorandum of Agreement” (LEMOA) व “Communications Compatibility and Security Agreement” (COMCASA) ने भी दोनों देशो के सम्बन्ध को गर्त में धकेलना का कार्य किया है।
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Why Sharma Shubham is writing this piece?
Shubham Sharma is an author at Asia Times. He is a Delhi based journalist mostly reports on foreign affairs and international relations. He has also been worked for the Courier International(A Paris based popular french media organization), Modern Diplomacy( EU based foreign affairs weekly magazine), Foreign Policy Times and Jihad Watch(US-based think tank). Follow him on twitter @ShubhamSharm11