महेश्वर: विक्रम सेठ के उपन्यास पर आधारित फिल्म ‘ए सूटेबल बॉय’ पर महेश्वर घाट पर शिव मंदिर के प्रांगण में हिंदू लड़की का मुसलमान लड़के द्वारा चुम्बन करते हुए दिखाने के बाद फ़िल्म पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। जिसपर भाजपा युवा मोर्चा नेता गौरव तिवारी ने रीवा जिले में FIR दर्ज कराई है।
दरअसल भाजपा नेता ने आरोप लगाए हैं कि फ़िल्म का शुभारंभ तत्कालीन कमलनाथ वाली कांग्रेस सरकार की मंत्री विजय लक्ष्मी साधो ने किया था। वहीं उपलब्ध जानकारी के मुताबिक 14 अगस्त 2019 महेश्वर में फ़िल्म की शूटिंग शुरू की गई थी। शुभारंभ अवसर पर तत्कालीन संस्कृति मंत्री डाॅ. विजयलक्ष्मी साधौ, फिल्म की डायरेक्टर मीरा नायर और प्रोड्यूसर एलन गार्ज उपस्थित थे।
फिल्म का मुहूर्त संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने किया था। उन्होंने कहा कि मां अहिल्या की नगरी व नर्मदा तट पर होने वाली फिल्मों की शूटिंग ने नगर में पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया है। यहां पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है। शूटिंग से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला है। डॉ. साधौ का स्वागत निर्माता एलन गार्ज, निर्देशक मीरा नायर, लाइन प्रोड्यूसर हर्ष दवे ने किया था। इस दौरान रत्नदीप मोयदे वल्लभ सराफ, शरद श्रीमाली आदि उपस्थित थे।
15 दिसंबर तक चलने वाली इस शूटिंग के दौरान नर्मदा के मुख्य घाट, किला परिसर, नर्मदा के बीच बाणेश्वर शिव मंदिर, मातंगेश्वर घाट के साथ मंडार खो क्षेत्र में दृश्य फिल्माए गए थे। यूनिट से जुड़े लोगों ने बताया था कि फिल्म के एक दृश्य में नर्मदा तट पर गंगाजी की आरती का फिल्मांकन किया जाएगा। इसके लिए पीतल की बड़ी आरतियां और नाग बनी हुई आरती पहुंच गई हैं। दृश्य में पंडित पूजन और आरती करते दिखाए जाएंगे। फिल्म में भारतीय कलाकारों में अभिनेत्री तब्बू, राम कपूर, ईशान कंवर, तानिया, विजय वर्मा, दानिश रेजमी, रणवीर शोले, विनय पाठक आदि ने अभिनय किया है। यह फिल्म भारत के अलावा 200 देशों में दिखाई जा रही है।
MP सरकार ने दिए जांच के आदेश:
वहीं मामले को उठाने के बाद फ़लाना दिखाना की रिपोर्ट का असर भी हुआ है। MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि “सीरीज में बेहद आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए हैं जो एक धर्म विशेष की भावनाओं को आहत करते हैं। मैंने पुलिस अधिकारियों को इस विवादास्पद कंटेंट का परीक्षण कराने को निर्देशित किया है।”
गृहमंत्री ने कहा है कि “पुलिस अधिकारी परीक्षण कर बताएंगे कि संबंधित ओटीटी प्लेटफार्म और फ़िल्म के निर्माता निर्देशक पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।”