पहले हिंदू धर्म के प्रति घृणा भरते फिर मूक बधिर छात्रों, गरीबों को लालच देकर कराते धर्मांतरण, यूपी ATS ने काज़ी समेत 2 को किया गिरफ्तार

लखनऊ: मूक बधिर छात्रों व कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मान्तरण कराने वाले सिंडिकेट के दो लोग, यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं।

ये व्यक्ति ISI व अन्य विदेशी फंडिंग से करवाते थे धर्मान्तरण। बड़ी संख्या में धर्मान्तरण करवा चुके हैं ये लोग, कई लड़कियों की धर्मान्तरण के बाद शादी भी करवा चुके हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश एटीएस को विगत कुछ समय से यहआसूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ देश विरोधी व असामाजिक तत्व, धार्मिक संगठन अथवा सिंडीकेट, ISI व विदेशी संस्थाओं के निर्देश व उनसे प्राप्त फंडिंग के आधार पर लोगों का धर्म परिवर्तन कर, धर्म परिवर्तित लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति विदेश एवं नफरत का भाव पैदा कर उन्हे रेडिक्लाइज करके देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में आपसी वैमनस्य फैलाकर देश के सौहार्द को बिगाड़ने का काम रहे हैं। तथा उन्हें संगठित अपराध कारित करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।

इस सूचना पर एटीएस, यूपी की टीम द्वारा कल दिनांक 20.06.21 को दो व्यक्तियों काज़ी जहागीर और उमर गौतम को गहन पूछताछ के उपरांत गिरफ्तार कर धारा -420 / 120 ( बी ) / 153 ( ए ) / 153 ( बी ) /295/511भा.द.वि. व 3/5 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश -2020 बनाम मुफ्ती काजी, उमर गौतम, IDC ( इस्मालिक दावा सेण्टर ) संस्था थाना – एटीएस, लखनऊ पर एक मुकदमा पंजीकृत किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त मुफ्ती काजी जहाँगीर आलम कासमी पुत्र ताहिर अख्तर, ग्राम – जोगाबाई, जामिया नगर, नई दिल्ली का निवासी है जबकि दूसरा आरोपी मोहम्मद उमर गौतम पुत्र स्वर्गीय धनराज सिंह गौतम बाटला हाउस, जामिया नगर, नई दिल्ली का निवासी है।

विस्तृत विवरण उपरोक्त आसूचना के सम्बन्ध में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सूचना एवं थाना – मसूरी, जनपद – गाजियाबाद में पंजीकृत अभियोग धारा -419 , 420 , 295A , 505 , 506 भादवि में अभियुक्तों व संदिग्धों से की गयी। संयुक्त पूछताछ के आधार पर यह तथ्य प्रकाश आया कि उमर गौतम स्वयं हिन्दू से मुस्लिम में धर्मान्तरित हुआ है जो उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों के विभिन्न गैर मुस्लिम मूकबधिर, महिलाओं, बच्चो एवं अन्य कमजोर वर्ग के लोगो का वृहद स्तर पर सामूहिक धर्म परिवर्तन कर रहा है।

उमर ने बताया कि उसने अभी तक लगभग एक हजार गैर मुस्लिम लोगों को मुस्लिम धर्म में परिवर्तित कराया है तथा बड़ी संख्या में उनकी मुस्लिमों से शादी करायी है। उमर एवं उसके सहयोगियों द्वारा धर्म परिवर्तन हेतु IDC ( Islamic Dawah Centre ) जोकि जोगाबाई एक्सटेंशन, जामिया नगर, नई दिल्ली नाम की संस्था है, का संचालन किया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य गैर – मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन कराना है। 

इस कार्य हेतु इसके व इसकी संस्था के बैंक खातों में तथा अन्य माध्यमों से भी भारी मात्रा में पैसे उपलब्ध कराये जाते हैं। इस कार्य हेतु विदेशों से भी फडिंग की जाती है, जिसका उपयोग धर्मान्तरण हेतु किया जाता है।

उमर के बहुत सारे सहयोगी है जिनमें से मुफ्ती काजी जहाँगीर आलम कासमी निवासी विलेज जोगाबाई, जामिया नगर, नई दिल्ली, जो धर्मान्तरण के इस आपराधिक षड़यंत्र में सहयोगी है, के द्वारा धर्मान्तरण से सम्बंधित प्रमाण – पत्र एवं विवाह के प्रमाण – पत्र विधि विरूद्ध ढंग से तैयार किये जाते है।

यह भी तथ्य प्रकाश में आया कि Noida Deaf Society. नोएडा सेन्टर से0-117, जनपद गौतमबद्धनगर जो मूक – बधिरों का रेजिडेंशियल स्कूल है एवं अन्य मूक बधिर स्कलों के कमजोर छात्रों को अवैध रूप से विभिन्न प्रकार के प्रलोभन जसे – नौकरी, शादी, पैसे आदि देकर इस्लाम धर्म में शामिल कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में मूक बधिर छात्रों के परिजनों को कोई जानकारी होना नहीं पाया गया।

नोएडा स्थित डेफ सोसायटी के मूक – बधिर छात्र आदित्य गुप्ता, निवासी – कानपुर के माता – पिता से भी पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा जनपद कानपुर नगर के थाना- कल्याणपुर में उनके बच्चे की गुमशुदगी एवं बाद में प्रकरण का मुकदमा अन्तर्गत धारा 364 भादवि पजीकृत होना पाया गया। उन लोगो ने पूछताछ में बताया कि उनका बेटा जो मक बधिर है, का धर्म परिवर्तन कर कहीं साउथ के किसी राज्य में ले जाया गया, जिसके बारे में उनके मूक बधिर बच्चे ने मोबाइल से वीडियो कॉल द्वारा बताया है।

इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण सोशल मीडिया के वीडियो के माध्यम से संज्ञान में आया, जिसके अवलोकन से ज्ञात हुआ कि श्री राजीव यादव, निवासी-बाबूपुर, दोलताबाद, गुडगाँव हरियाणा, वीडियो में कह रहे हैं कि उनका लड़का जिसका नाम मन्नू यादव है, नोएडा के डेफ सोसायटी स्कूल में पढ़ता था जहाँ उसका बिना परिजनों की जानकारी / सहमति के मस्लिम धर्म मे धर्मान्तरण करा दिया गया।

ये लोग सर्वप्रथम सुलभ टारगेट, जैसे गरीब परिवार, बेरोजगार लड़के लड़कियां, मूक बधिर छात्र आदि को चिन्हित कर उनके स्वंय के धर्म के प्रति विद्वेष पैदा कर तथा इस्लाम धर्म को श्रेष्ठ एवं अच्छा बताकर उनके मूल धर्म के प्रति दुर्भावना, घृणा पैदा कर एवं इस्लाम धर्म के प्रति विश्वास और पक्का कर उसके मूल धर्म से विरत करते हैं। विभिन्न प्रकार के प्रलोभन, मानसिक दबाव, परिस्थिति का भय दिखाकर इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए तैयार कर लिया जाता है। और उनके धर्मान्तरण से सम्बन्धी अभिलेखों को तैयार कर कानूनी तौर पर उसका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। इसके एवज में उन्हें नौकरी, पैसे दिए जाते हैं अथवा विवाह कराया जाता है।

समय – समय पर ऐसे धर्म परिवर्तित लोगों के लिए सम्मेलनों का आयोजन कर अन्य गैर – मुस्लिम लोगों को लालच देकर भी इससे जोड़ा जाता है। एटीएस की टीम द्वारा पूछताछ करने पर परिजनों ने वीडियो में कहे गये तथ्यों की पुष्टि क। एटीएस की जाँच से यह भी तथ्य प्रकाश में आया कि कई धार्मिक संगठन / सिंडिकेट तथा कुछ सस्थाये बलपूर्वक एवं प्रलोभन, जैसे- पैसे, नौकरी का लालच इत्यादि देकर नियम विरूद्ध ढंग से भारी संख्या में उत्तर प्रदेश व अन्य प्रान्तों की लड़कियों का भी धर्म परिवर्तन कराकर मुस्लिम बना रहे हैं तथा उनकी शादियाँ मुस्लिम युवकों से करा रहे हैं।

उमर गौतम की पूछताछ में भी उपरोक्त तथ्य की पुष्टि हुई कि धर्म परिवर्तन के कई चरण है जिसमें प्रारम्भ मे गरीब, महिलाओं एवं अन्य कमजोर वर्ग के लोगो को चिन्हित किया जाता है। उक्त कार्य उमर व उसके साथियों द्वारा सुनियोजित ढंग से गैर – मुस्लिम धर्म के प्रति दुर्भावना व धृणा पैदा कर तथा इस्लाम धर्म का फायदा बताते हुए विभिन्न प्रकार का प्रलोभन देकर कपट पूर्वक कनर्वजन हेतु तैयार कर अन्य सहयोगियों की सहायता से धर्म परिवर्तन कराया जाता है।

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्तों को नियमानुसार न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस कस्टडी रिमांड हेतु आवेदन किया जाएगा।

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

किसान नेता को UP पुलिस ने अवैध तमंचा व कारतूस सहित गिरफ्तार कर भेजा जेल

Next Story

हरियाणा: मजदूरी कर अपने प्रशिक्षण एवं खेल का खर्च उठा रही थी पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी, सरकार ने दी मदद

Latest from देश विदेश - क्राइम