भारत चीन सीमा विवाद के बीच सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया पर खबरें आईं कि अब भूटान नें भारत के लिए पानी रोक दिया है।
जिसे मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के कई प्रवक्ताओं सहित अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर फैलाया कि भूटान नें भारत के किसानों का पानी रोक दिया है। MP कांग्रेस व प्रवक्ता उदित राज, इमरान प्रतापगढ़ी जैसे अनेकों नें बिना जांचे परखे फेक न्यूज फैला दी।
अब भूटान ने भी भारत को ललकारा,
—मोदी जी की कूटनीति हर तरफ़ फ़्लॉप:चीन, पाकिस्तान और नेपाल के हमले के बाद अब भूटान ने भारत का पानी रोककर मोदी सरकार की विफलताओं की सूची को बढ़ाया है।
मोदी जी,
अब ये देश आपकी विदाई चाहता है।https://t.co/eJvlZFAgoE— MP Congress (@INCMP) June 26, 2020
56 इंच।अब भूटान ने पानी रोक दिया।नेपाल लाल लाल आँख दिखा रहा है ।@INCIndia
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) June 26, 2020
आज इस फेक न्यूज बारे में खुद भूटान के विदेश मंत्रालय के स्पष्टीकरण दिया है। भूटान विदेश मंत्रालय के आधिकारिक फेसबुक पेज से हाल की खबरों पर सही तथ्यों के साथ जानकारी उपलब्ध कराई गई। निम्नलिखित बिंदु स्पष्टीकरण हैं :
1. 24 जून 2020 के बाद से, भारत में कई समाचार लेख प्रकाशित हुए हैं जिसमें आरोप लगाया गया है कि भूटान ने असम के समदोंग जोंगकुर जिले से सटे बक्सा और उदलगुरी जिलों में भारतीय किसानों को सिंचाई के पानी की आपूर्ति को अवरुद्ध कर दिया है।
2. यह एक निराधार आरोप है, विदेश मंत्रालय यह स्पष्ट करना चाहेगा कि समाचार लेख पूरी तरह से निराधार हैं क्योंकि ऐसा कोई कारण नहीं है कि इस समय पानी का प्रवाह रोक दिया जाए। यह भूटान और असम के मैत्रीपूर्ण लोगों के बीच गलत सूचना फैलाने और गलतफहमी पैदा करने के निहित स्वार्थों द्वारा किया गया एक जानबूझकर प्रयास है।
3. असम में बक्सा और उदलगुरी जिले कई दशकों से भूटान के जल स्रोतों से लाभान्वित हो रहे हैं और वे वर्तमान कठिन समय के दौरान भी ऐसा कर रहे हैं जब हमें COVID-19 महामारी का सामना करना पड़ रहा है।
4. चूंकि भारत में लॉक डाउन और COVID-19 महामारी के कारण भूटान की सीमाओं को बंद करने के बाद, असम के किसान सिंचाई चैनलों को जारी रखने के लिए भूटान में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जैसा कि पहले था। हालांकि, असम में किसानों को होने वाली कठिनाई को समझते हुए, समद्रुप जोंगखर जिला अधिकारियों और आम जनता ने सिंचाई के लिए मरम्मत की पहल की है, जब भी असम में पानी के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए समस्याएं हों।
5. भारी मानसून की बारिश और जल स्तर में अचानक वृद्धि गंभीर चुनौतियां पैदा कर रही हैं, लेकिन भूटानी अधिकारियों, भारी मशीनरी सहित, किसी भी रुकावट को हटाने करने के लिए हमेशा सतर्क पर हैं। और जब भी कोई समस्या होती है तो पानी आपूर्ति सुचारू करते हैं।
6. भूटान असम के लोगों को आश्वस्त करना चाहेगा कि भूटान की शाही सरकार, विशेष रूप से समद्रुप जोंगखर जिला अधिकारी, यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि मानसून की बारिश से सिंचाई चैनलों को होने वाली गड़बड़ी को बिना देरी के हल किया जा सके। जब भी असम में किसानों के लिए पानी उपलब्ध हो। भूटान असम में किसानों की समझ के लिए अनुरोध करना चाहता है क्योंकि कभी-कभी भारी मानसून की बारिश के कारण होने वाले व्यवधानों और दोनों देशों द्वारा लगाए गए कोरोना के कारण प्रतिबंधों से उत्पन्न परिचालन संबंधी कठिनाइयों के कारण पानी के प्रवाह में कुछ देरी हो सकती है।
7. सैमड्रुप जोंगखर अधिकारियों ने बक्सा और उदलगुरी में अपने समकक्षों के साथ नजदीकी संपर्क बनाए रखा है। इन कठिन समय के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में उन्हें समझाया गया है और उन्होंने स्थिति को समझा है।
8. भूटान के लोग, विशेष रूप से भारत की सीमाओं के साथ रहने वाले, भारत के लोगों के साथ मित्रता और सहयोग के अपने पुराने-पुराने संबंधों को गहराई से महत्व देते हैं, विशेष रूप से असम और पश्चिम बंगाल में सीमाओं के पार उनके करीबी पड़ोसी। भूटान के लोगों को लगता है कि इन कठिन समय के दौरान दोस्ती, सहयोग और समर्थन के ऐसे संबंधों को जारी रखा जाना चाहिए और उन्हें मजबूत किया जाना चाहिए।
Bhutan issues clarification, states that media reports alleging that they (Bhutan) have stopped the supply of irrigation water to areas in Assam “are totally baseless” & “deliberate attempt by vested interests to cause misunderstanding between friendly people of Bhutan & Assam.” pic.twitter.com/PQ4F2hcH40
— ANI (@ANI) June 26, 2020
कोरोना संकट व सीमा पर तनावों के बीच देश के मीडिया और राजनीतिक दल ऐसे खबरों के जरिए अपने एजेंडा भी चला रहे हैं जिसका एक परिणाम भूटान नें पानी रोक दिया कहकर TRP व फॉलोवर्स बटोर लिए।
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Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!