फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद के थाना रसूलपुर के प्रेम नगर में हुई दलित लड़की की हत्या में पिता ही बेटी का हत्यारा निकला है। ज्ञात होकि कुछ दिन पहले ही मीडिया में आई इस घटना के बाद राज्य में चल रहे दलित शोषण की बहस ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया था।
पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि 22 अक्टूबर को, उनकी बेटी घर से स्कूल की ओर जा रही थी, जब आरोपी ने उसे रास्ते में रोक दिया। उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे बताया कि वे उसे मार देंगे। वह डरे हुए थे और इसलिए उन्होंने पुलिस से संपर्क नहीं किया। हमने उनके साथ तर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी।”
पिता ने गोली मारने का आरोप गाँव के ही मनीष चौधरी, गौरव चक और सौपली यादव पर लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने हत्या, छेड़छाड़ व एससी एसटी एक्ट में तुरंत कार्यवाई करते हुए आरोपी युवक गौरव, मनीष और सोपाली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
वहीं आरोपियों से पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की बातो को फर्जी करार देते हुए पुलिस को बताया कि उनकी पीड़िता से फ़ोन पर बात हुआ करती थी जिससे उसके परिजन नाराज रहते थे।
आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनो की मोबाइल लोकेशन को निकलवाया तो गौरव की लोकेशन आगरा-फिरोजाबाद हाईवे पर मिली, मनीष की लोकेशन उसके घर पर मिली, जबकि सोपाली की लोकेशन काफी दूर एक समारोह में था।
घर के समीप लगे CCTV कैमरों में भी आरोपियों के आस पास होने के कोई सबूत नहीं मिले जिसके बाद शक की सुई पीड़िता के परिजनों पर घूमी। साथ ही आगरा जोन के आईजी ए सतीश गणेश ने भी कहा कि सीसीटीवी फुटेज में भी लड़कों के घटनास्थल के आसपास न होने की पुष्टि हुई है।
जिसके बाद पुलिस ने पिता को हिरासत में लेकर उनसे कड़ाई से पूछताछ करी तो पिता ने अपना जुर्म कबूल लिया। पिता की सुचना पर पुलिस पुलिस ने उसके पास से हत्या में इस्तेमाल अवैध तमंचा भी बरामद कर लिया है।
इसी के साथ पुलिस ने अलग अलग करके जब परिजनों से पूछताछ करी तो उनके बयानों में भी काफी अंतर पाया गया था। जिसके बाद परिवार के एक सदस्य ने भी कबूल किया कि गुस्से में पिता ने लड़की की गोली मार हत्या कर दी थी।
हत्यारे का अनावरण करने के साथ ही पुलिस ने हत्यारोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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