रांची: बुरी तरह झारखण्ड की राजनीती में पटके गए रघुबर दास को अब एक और नई समस्या से जूझना पड़ेगा। दरअसल जिस भाजपा ने एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट कर उसे और मजबूती प्रदान की थी अब उसी के फेर में पूर्व मुख्यमंत्री फसते हुए नजर आ रहे है।
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा(JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष व झारखण्ड के नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रघुबर दास के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी है। जामताड़ा के एसपी अंशुमान कुमार ने बताया कि 19 दिसंबर को सोरेन ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि रघुबर दास ने एक रैली में उनके खिलाफ जातिगत टिप्पणी की है। शिकायत के आधार पर उप संभागीय पुलिस अधिकारी अरविन्द उपाध्याय ने मामले की जांच की थी।
FIR registered against caretaker Jharkhand CM #RaghubarDas for allegedly making ‘objectionable’ remarks on JMM leader & CM-designate Hemant Soren’s caste: Police
— Press Trust of India (@PTI_News) December 26, 2019
जाँच के आधार पर पुलिस ने मिहिजाम थाने में एफआईआर दर्ज की है जिसके बाद रघुबर दास पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
आपको बता दे की सोरेन ने दुमका थाने में पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, उन पर जुमताड़ा की एक चुनावी सभा में सोरेन की जाति पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है।
वही सोरेन ने कहा “मैंने दास के खिलाफ दुमका में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कानून के तहत थाने में शिकायत दर्ज कराई है। रघुबर दास ने 18 दिसंबर को जामताड़ा के मिहिजाम में एक चुनावी बैठक के दौरान मेरी जाति पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उनके शब्दों से मेरी भावनाओ और सम्मान को ठेस पंहुचा है। क्या आदिवासी परिवार में जन्म लेना अपराध है?”
सोरेन के इस बयान पर भाजपा ने इसे बदले की कार्यवाई ठहराया है। वही कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रघुबर दास पर धारा 504, 506 और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।
इससे पहले रघुबर दास पर ब्राह्मणो के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणी करने के आरोप लगे थे। जिसके बाद भूमिहार जाति से आने वाले दिग्गज पूर्व बीजेपी नेता सरयू राय ने निर्दलीय चुनाव लड़ कर उन्हें लगभग 16 हज़ार वोट के अंतर से जबरदस्त पटखनी दे डाली थी।