नईदिल्ली : आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने अपने ट्वीट में कहा कि अनुमानित जरूरत के हिसाब से नोटों की छपाई की योजना बनायी जाती है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा गया है कि 2000 रुपये के नोट पर्याप्त मात्रा में हैं। मूल्य के आधार पर इस समय जितने नोट चलन में मौजूद हैं, उनमें 35 प्रतिशत नोट 2,000 रुपये के ही हैं।”
गर्ग ने कहा, “हाल फिलहाल में 2,000 रुपये के नोटों की छपाई को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है।”
सरकार ने आठ नवंबर, 2016 को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से हटा दिया था।
उसके बाद रिजर्व बैंक ने 500 के नए नोट के साथ 2,000 रुपये का भी नोट जारी किया।
नवंबर 2016 में 500, 1000 रुपये के जिन नोटों को बंद किया गया उनका उस दौरान कुल मुद्रा चलन में करीब 86 प्रतिशत हिस्सा था।