हिन्दू नेता मुझे चुनाव प्रचार के लिए नहीं बुलाते: गुलाम नबी आजाद

लखनऊ(उत्तर प्रदेश):- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने एक विवादस्पद बयान दे दिया है और अब उसके ऊपर बवाल मच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने भी गुलाम नबी आजाद के इस बयान पर तीखा हमला किया है।

दरअसल गुलाम नबी आजाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की 201वीं जयंती के मौके पर लखनऊ गए हुए थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि “कांग्रेस के हिन्दू नेता या हिन्दू प्रत्याशी मुझे चुनाव प्रचार करने के लिए बुलाते नहीं है”। यह बयान गुलाम नबी आजाद ने कॉलेज के बच्चों को संबोधित करते हुए दिया है। आगे उन्होंने कहा कि “जब मैं बहुत प्रशिद्ध था और जब कभी भी चुनाव आते थे तो मेरी मांग बहुत अधिक रहती थी, परन्तु 2014 के बाद से मेरी लोकप्रियता में कमी आयी है और अब लोग मुझे चुनाव प्रचार के लिए बहुत कम बुलाते हैं”। आजाद ने कहा कि जो लोग अभी भी मुझे बुलाते हैं उनके भी दिल में कहीं-न-कहीं डर रहता है।

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ” पहले चुनाव प्रचार के लिए मुझे लगभग 95% हिन्दू नेता बुलाते थे और सिर्फ 5% मुसलमान नेता बुलाते थे। लेकिन बीते चार साल में यह आंकड़ा गिरकर 50-50 के अनुपात में आ गया है। लोग अब मुझे देखकर सोचते हैं कि यदि इसे बुलाएँगे तो वोटर पर इसका क्या असर जायेगा।

अब गुलाम नबी आजाद के इस बयान पर हायतोबा मच गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि गुलाम नबी आजाद ने यह बयान हिन्दुओं का अपमान करने के लिए दिया है। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी के नेता पहले से ही “भगवा आतंकवाद, हिन्दू तालिबान और हिन्दू पाकिस्तान” जैसे बयान देते आयें हैं। आगे संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से हिन्दुओं को नीचा दिखाती है और उसने एक बार फिर ऐसे बयान से हिन्दुओं को नीचा दिखाया है।

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