मथुरा: उत्तर प्रदेश पीसीएस में परिणामों में पुजारी के बेटे ने टॉप कर कमाल कर दिया है जोकि बेहद कम संसाधनों में पले बढ़े।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य अधीनस्थ सेवा पीसीएस 2019 का परिणाम जारी कर दिया। सभी अंतिम परिणामों के आधार पर मथुरा के विशाल सारस्वत को राज्य में प्रथम स्थान मिला।
बता दें कि पीसीएस की लिखित परीक्षा का परिणाम 24 दिसंबर 2020 को घोषित किया गया जिसमें आठ 811 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। इंटरव्यू राउंड के लिए क्वालीफाई अभ्यर्थियों में से 434 अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हुए।
पीसीएस उत्तीर्ण करने वाले अधिकतर छात्रों का सपना होता है कि वे डिप्टी कलेक्टर बने, लेकिन इस बार छात्रों का सपना केवल सपना रह जाएगा क्योंकि 2019 में पीसीएस में डिप्टी कलेक्टर का कोई पद नहीं था जबकि डिप्टी एसपी के केवल 46 पद स्वीकृत थे जबकि जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी का एक पद था।
प्रथम स्थान हासिल करने वाले मथुरा के विशाल सारस्वत के बाद द्वितीय स्थान पर आने वाले प्रयागराज के युगांतर त्रिपाठी हैं। टॉप 10 में चार बेटियां हैं जिनमें तीसरे स्थान पर पूनम गौतम पांचवे स्थान पर प्रियंका कुमारी आठवें स्थान दक्षिण दिल्ली की नीलिमा यादव को, जबकि दसवीं स्थान पर पूर्व दिल्ली की विकल्प रही।
विशाल सारस्वत का प्रथम स्थान हासिल करने का रास्ता बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। मथुरा की साधारण परिवार से हैं। पिताजी पुजारी हैं पांडित्य कर्म करते हैं। बहुत कम स्रोतों के साथ उच्च पद पर पहुंचना आने वाले समय में अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेगा।
विशाल के बड़े भाई इसरो बेंगलुरू में काम करते हैं, मां राजेश्वरी ग्रहणी है और पिताजी पुजारी कर्म करते हैं। विशाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार व मुख्य रूप से अपनी दादी को दिया।
विशाल की पिताजी शिव प्रकाश सारस्वत पांडित्य कर्म करते हैं जो कि मूल रूप से हाथरस के निवासी है उनका आय स्रोत विवाह शादियां आदि शुभ कार्यों में पूजा पाठ होता है।