नई दिल्ली: फ़्रांस में मोहम्मद पैगम्बर का एक कार्टून दिखाने के बाद जिस टीचर सैमुअल पैटी की हत्या कर दी गई उसपर अब भारत ने भी पहली बार प्रतिक्रिया दी है।
गौरतलब है कि इस्लामिक कट्टरपंथी तत्वों पर सख्ती के बाद कई इस्लामिक देशों ने फ़्रांस व राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति एर्डोगन ने तो मैक्रॉन को मानसिक रूप से बीमार करार दिया। इसके अलावा फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार का आव्हान किया है।
अब आज भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर टीचर की हत्या की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है। भारत ने कहा कि हम अंतर्राष्ट्रीय प्रवचन के सबसे बुनियादी मानकों के उल्लंघन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन पर अस्वीकार्य भाषा में व्यक्तिगत हमलों का जोरदार विरोध करते हैं।”
आगे विदेश मंत्रालय ने कहा कि “हम उस क्रूर आतंकवादी हमले की भी निंदा करते हैं जिसने एक फ्रांसीसी शिक्षक की जान को भीषण तरीके से लिया जिसने दुनिया को चौंका दिया है। हम उनके परिवार और फ्रांस के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। किसी भी कारण से या किसी भी परिस्थिति में आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं है।”
यूरोप एकजुट है: फ़्रांस
उधर नवीनतम विकास में फ्रांस के व्यापार मंत्री फ्रेंक रिइस्टर ने कहा, “फ्रांस एकजुट है और यूरोप एकजुट है। अगले यूरोपीय परिषद में, यूरोप को अपने हितों और यूरोपीय मूल्यों की रक्षा के लिए तुर्की के साथ सत्ता संतुलन को मजबूत करने की अनुमति देने वाले फैसले लेने होंगे।”
यूरोपीय आयोग की चेतावनी:
इससे पहले मंगलवार को, यूरोपीय आयोग ने चेतावनी दी कि एर्दोगन की टिप्पणियां तुर्की को यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए एक और अधिक संभावित संभावना को रोकने के लिए जिम्मेदार लगती हैं।