महाराष्ट्र(मुंबई) : महाराष्ट्र राज्य बैकवर्ड क्लास कमीशन ने राज्य में मराठाओ को 16 प्रतिशत आरक्षण देने की वकालत की है जिसके बाद सूबे में आरक्षण का स्तर मौजूदा 52 प्रतिशत के बाँध को तोड़ते हुए 68 प्रतिशत के पास पहुँच जायेगा।
राज्य में मराठाओ की कुल आबादी 30 प्रतिशत के आस पास ठहरती है जो लम्बे समय से राज्य में आरक्षण की मलाई चखने की मांग कर रहे थे। जिसके लिए बाकायदा मराठाओ ने सडको पर उतर कर सरकार को अपनी ताक़त का एहसास कराया था।
राज्य सरकार के आदेश के बाद गच्च खाये महाराष्ट्र राज्य बैकवर्ड क्लास कमीशन ने पुरे 25 के 25 पैमानों में मराठाओ को आर्थिक तो आर्थिक, सामाजिक तौर पर भी पिछड़ा करार दे डाला ।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किये गए पैमाने 50% से कही अधिक आगे जाके नए आंकड़े पलटी मार रहे है वही इस आरक्षण को कोर्ट के स्टे से बचाना राज्य सरकार के लिए लोकसभा चुनाव में 400 सीट जीतने जितना ही मुश्किल होने वाला है। जिसको बचाने में भाजपा सरकार एक पसीने निकलना लाजमी है ।
जितनी ख़ुशी मराठाओ को आरक्षण की लॉलीपॉप लेने में नहीं हो रही होगी उससे कही अधिक राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस को हो रही है सीएम साहब अहमदनगर रैली में बोले – 1 दिसंबर को जश्न बनाने के लिए तैयार रहे, शायद वो एकाएक भाँप लिए होंगे की मराठाओ को पिछडो का टैग चस्पा कर आरक्षण दिलाने से उन्हें स्वर्ग में फ्रंट सीट सस्ते में मिल जाएगी।
खैर आप यह समझ ही रहे होंगे की हम आपको खिला क्या रहे है और चखा क्या रहे है ।