मेरठ: लखीमपुर खीरी कांड के बहाने AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा है और कहा कि ब्राह्मण होने के कारण अजय मिश्रा को मंत्री पद से नहीं हटाया जा रहा है।
शनिवार को हैदराबाद के असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मुसलमानों से अपनी राजनीतिक ताकत, नेतृत्व और भागीदारी को बढ़ावा देने की अपील की।
लक्ष्मीपुर खीरी हिंसा के मामले में उन्होंने आरोप लगाया कि “केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने साजिश रची और परिणामस्वरूप, उनके बेटे ने 4 किसानों को मार डाला। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टेनी को इसलिए नहीं हटाते क्योंकि वह यूपी के ब्राह्मण समाज को नाराज नहीं करना चाहते हैं। क्योंकि चुनाव में वोट चाहिए।”
पिछले दिनों लखीमपुर खीरी मामले की जांच कर रही एक एसआईटी ने घटना को “पूर्व नियोजित साजिश” बताया था जिसके बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा था, “अब जब यह ज्ञात हो गया है कि लखीमपुर की घटना एक सुनियोजित हत्या थी, प्रधान मंत्री को नैतिक आधार पर मंत्री को उनके पद से हटा देना चाहिए। वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वह मंत्री उच्च जाति से आते हैं और प्रधानमंत्री आगामी यूपी चुनाव में उनका वोट चाहते हैं।”
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रही टीम ने कहा था कि यह घटना एक “सुनियोजित साजिश” थी, जिसके परिणामस्वरूप 5 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।