हाथरस (UP): हाथरस कांड की जांच में अब दलित पिछड़ा व अल्पसंख्यक के प्रतिनिधित्व का मसला आया है।
हाथरस केस में CBI जांच का चौथा दिन है, इसी बीच पीड़ित के दोनों भाइयों और पिता को पूछताछ के लिए बुलाया गया और, जांच एजेंसी की एक टीम अलीगढ़ भी जा सकती है।
उधर जांच के बीच मे भीम आर्मी ने अजीबोगरीब मुद्दा उठा दिया है। एक बयान में मुखिया चंद्रशेखर रावण ने कहा कि जांच दल में कोई भी दलित पिछड़ा व अल्पसंख्यक समुदाय का नही है।
चंद्रशेखर ने कहा कि “हाथरस केस की जाँच करने वाली CBI टीम में एक भी SC, ST, OBC, माइनॉरिटी का उच्चस्तरीय अफ़सर नहीं है। जबकि केस SC-ST एक्ट के तहत दर्ज हुआ है।”
आगे भीम आर्मी ने जांच को एकपक्षीय करार देते हुए कहा कि “CBI केंद्र सरकार के अधीन काम करती है, मैं मोदी जी से अनुरोध करता हूँ कि जाँच टीम को एकपक्षीय न बनाये। न्याय में पारदर्शिता बहुत जरूरी है।”
पीड़ित पक्ष से बाहर पूछताछ:
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप और मौत मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। मंगलवार को सीबीआई टीम ने बुलगढ़ी गांव का दौरा किया था। विक्टिम के एक भाई से पूछताछ की थी। बुधवार को विक्टिम के दोनों भाइयों के साथ पिता को भी पूछताछ के लिए कैम्प ऑफिस बुलाया गया। दूसरी ओर, विक्टिम की फैमिली ने कहा है कि अलीगढ़ जेल में बंद आरोपियों को किसी और जेल में शिफ्ट किया जाए।
अलीगढ़ जाएगी सीबीआई टीम:
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की एक टीम अलीगढ़ भी जा सकती है। वहां उस अस्पताल के स्टाफ से पूछताछ हो सकती है, जहां विक्टिम का इलाज किया गया था। इसके अलावा जेल में बंद चार आरोपियों से भी यह टीम पूछताछ कर सकती है।
मंगलवार को भी पूछताछ हुई:
मंगलवार को सीबीआई टीम ने घटनास्थल और अंतिम संस्कार वाली जगह का दौरा किया था। इस दौरान फोरेंसिक एविडेंस भी जुटाए गए थे। सीबीआई अफसर विक्टिम के बड़े भाई को पूछताछ के लिए साथ ले गए थे। देर शाम उसे पुलिस सुरक्षा में घर भेज दिया गया। परिवार के दूसरे सदस्यों से भी बातचीत की गई थी। इस टीम ने क्षेत्र के चंदपा थाने के पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की थी।