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कानपुर से बीजेपी पार्षद शरद मिश्रा को पुलिस ने मार-मार कर किया मूर्छित, सरकार ने नहीं करी कार्यवाई

कानपूर: कानपुर से आने वाले बीजेपी नेता भी अब यूपी पुलिस की बर्बरता का शिकार होने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले में जनता की आवाज उठाने पर कानपुर से बीजेपी पार्षद शरद मिश्रा को उन्नाव की पुलिस ने बड़ी बर्बरता से पिट डाला। वहीं पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन के बाद भी पार्षद को न्याय नहीं मिल सका हैं।

कानपूर के ओमपुरवा वार्ड 26 से चुने गए भाजपा के पार्षद शरद मिश्रा पास ही स्थित उन्नाव पुलिस चौकी में अपने क्षेत्र के दो बच्चो को छुड़ाने पहुंचे थे।

दरअसल गंगा घाट पर पतंग उड़ाने पर पुलिस दो बच्चो को पीटते हुए थाने ले गई थी जिसकी सुचना परिजनों द्वारा अपने जनप्रतिनिधि शरद मिश्रा को दी गई थी।

सुचना मिलते ही शरद मिश्रा थाने पर पहुंच गए जहां उन्होंने पुलिस कर्मियों से बच्चो को रिहा करने की मांग करी। जिसके बाद हुई गहमा गहमी में पुलिस के चार जवानों ने पार्षद से धक्का मुक्की व अभद्र गालियां देनी शुरू कर दी थी।

जिसका विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने पार्षद को ही उठा कर लॉक अप में बंद कर दिया। उसके कुछ ही देर बाद लॉक अप में चार पुलिस कर्मियों ने पार्षद शरद मिश्रा की लाठी डंडो से बेहरमी से पिटाई कर डाली।

पिटाई से मूर्छित हुए पार्षद की जब हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस कर्मियों ने आनन फानन में उन्हें वहां से छोड़ दिया व घर जाने के लिए कहने लगे। जिसपर पार्षद के परिजनों ने दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाई की मांग करी।

कार्यवाई के नाम पर पुलिस कर्मियों ने सिर्फ माफ़ी मांग ली व बाद में धमकियां भी देनी शुरू कर दी कि अगर यहाँ से नहीं गए तो पार्षद को झूठे मुक़दमे में फसा देंगे। वहीं पार्षद को पास ही के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

परन्तु अगले दिन एकाएक उनकी तबियत फिर से बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाय गया जहां उनका सिटी स्कैन व अन्य टेस्ट किये गए।

पिटाई से मूर्छित हुए पार्षद शरद मिश्रा ने जब हमसे बातचीत करी तो पुलिस की बर्बरता की कहानी सुनाई। उन्होंने हमसे कहा कि जब पुलिस कर्मी चुने गए जन प्रतिनिधि के साथ ऐसा कर सकते हैं तो क्षेत्र की जनता के साथ किस प्रकार बर्ताव करते होंगे?

आपको बता दें कि उन्नाव पुलिस थाने में शरद मिश्रा के साथ किये गए बर्बर बर्ताव के बाद एक फिर सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। जहां एक ओर ब्राह्मणो की राज्य में हत्याएं जारी हैं तो वहीं सरकार के ही एक जन प्रतिनिधि को ही पुलिस पिट देती हैं जिसपर अन्य भाजपा नेताओ की ओर से आवाज तक नहीं उठाई जाती हैं।


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Why Aarushi Kapoor is writing this piece?

Aarushi Kapoor is a student of journalism at the University of Delhi. She has a very keen interest in National politics and a knack over liberals and left-oriented politics. Moreover, She loves right because right is always right!

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