नई दिल्ली :- 29 अक्टूबर को राम मंदिर पर हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए सुनवाई टाल दी कि सुप्रीम कोर्ट के पास राम मंदिर के अलावा भी दूसरी प्राथमिकताएं हैं और अगली सुनवाई जनवरी 2019 तक स्थगित कर दी थी। जिसके बाद से विपक्ष ने बीजेपी पर करारा प्रहार करते हुए कहा था कि “बीजेपी राम मंदिर पर बस राजनीति करती है और बीजेपी ही नहीं चाहती की राम मंदिर बनें”।
विपक्ष के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में संघ विचारक और राज्यसभा से सांसद राकेश सिन्हा ने गुरुवार को तीन ट्वीट किये, जिसमे उन्होंने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा है कि वह संसद में राम मंदिर पर निजी विधेयक लाने वाले हैं और क्या विपक्ष इस बिल का समर्थन करेगा। उन्होंने लिखा कि विपक्ष के जो लोग राम मंदिर पर बीजेपी और आरएसएस से तारीख पूछ रहे हैं क्या वे लोग सांसद में राम मंदिर पर लाये गए बिल का समर्थन करेंगे?
राकेश सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा है कि “समय आ गया है कि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये”। सांसद राकेश सिन्हा ने बिल पर समर्थन मांगते हुए कई लोगों को टैग भी किया है, जिसमे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी, लालू प्रसाद यादव, चंद्रबाबू नायडू जैसे नेता शामिल हैं।
राकेश सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा कि यदि राहुल गाँधी, लालू प्रसाद यादव, अखिलेश यादव जैसे नेता राम मंदिर पर अपनी बहुमूल्य राय देना चाहते हैं तो वह उनके घर जाकर भी उनकी राय सुन सकते हैं।
हम आपको बता दे कि 29 अक्टूबर को हुई सुनवाई में मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगई और दो जस्टिस संजय किशन कौल और केएम जोसेफ शामिल थे, जिन्होंने सिर्फ 2 मिनट तक राम मंदिर पर सुनवाई की थी और अगली सुनवाई जनवरी तक स्थगित कर दी है।