भोपाल: शिवराज सरकार ने बीते दिन कैबिनेट की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया है जिसमे सरकार ने अनुसूचित जनजाति से आने वाले सभी लोगो के कर्ज को माफ़ करने का फैसला किया है। यह फैसला इसलिए भी बड़ा है क्यूंकि सरकार ब्याज सहित 15 अगस्त 2020 तक आने वाले सभी कर्जो को माफ़ करने जा रही है।
आपको बता दें कि सरकार ने अन्य वर्गो के लिए भी यह छूट निकालने की बाते कही है लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ होता हुआ दिख नहीं रहा है। वहीं सरकार ने इसे गरीबों के हित में दिया फैसला बताया है।
म.प्र. साहूकारी संशोधन विधेयक एवं अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक 2020 को कैबिनेट अपनी बड़ी उपलब्धि बता रही है जिससे सरकार करोडो रुपयों को कर्जो को माफ़ करने के लिए जारी करने जा रही है।
आज मंत्रालय में कैबिनेट बैठक में गरीबों के हित में कई फैसले लिये गये। म.प्र. साहूकारी संशोधन विधेयक एवं अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक 2020 को कैबिनेट की स्वीकृति दी गई। आदिवासियों को साहूकारों के चंगुल से मुक्त… https://t.co/aKcwbMQY6k
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 13, 2020
राज्य की 21 प्रतिशत से अधिक है ट्राइबल की आबादी
यह फैसला उपचुनाव से पूर्व लिया गया है जिसमे अनुसूचित जनजाति की बड़ी आबादी को टारगेट किया गया है। वहीं सीएम शिवराज सिंह के मुताबिक आगे यह व्यवस्था अनुसूचित जाति व ओबीसी के लिए भी लागु होने जा रही है।
ज्ञात होकि राज्य में 15 से अधिक अनुसहसित जाति व ओबीसी 50 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में इनका कुल आंकड़ा 87 प्रतिशत के पास बनता है जोकि ऋण का फायदा आने वाले दिनों में उठा सकते है जिससे सरकार को अग्रिम चुनावो में अधिक फायदा पहुंचने के अनुमान है।
क्या कहा सरकार ने
सरकार के मुताबिक यह फैसला आदिवासियों को साहूकारों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए गया है। मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक से लाखो लोगो का इसका लाभ मिलेगा।
इसमें अनुसूचित क्षेत्रों में निवासरत अनुसूचित जनजाति वर्ग के सभी व्यक्तियों के 15 अगस्त 2020 तक के सभी ऋण ब्याज सहित माफ किये जायेंगे।
अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य वर्गों को भी साहूकारों के चंगुल से छुड़ाने के लिए मध्यप्रदेश साहूकार (संशोधन विधेयक 2020) लाये जायेंगे। आगे शिवराज ने दोहराया कि सबके कल्याण के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!