/

अनुसूचित जनजाति के बाद SC, OBC का भी 15 अगस्त 2020 तक करोड़ो का कर्ज होगा माफ़, आने वाले है उपचुनाव

भोपाल: शिवराज सरकार ने बीते दिन कैबिनेट की बैठक में एक बड़ा फैसला लिया है जिसमे सरकार ने अनुसूचित जनजाति से आने वाले सभी लोगो के कर्ज को माफ़ करने का फैसला किया है। यह फैसला इसलिए भी बड़ा है क्यूंकि सरकार ब्याज सहित 15 अगस्त 2020 तक आने वाले सभी कर्जो को माफ़ करने जा रही है।

आपको बता दें कि सरकार ने अन्य वर्गो के लिए भी यह छूट निकालने की बाते कही है लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ होता हुआ दिख नहीं रहा है। वहीं सरकार ने इसे गरीबों के हित में दिया फैसला बताया है।

म.प्र. साहूकारी संशोधन विधेयक एवं अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक 2020 को कैबिनेट अपनी बड़ी उपलब्धि बता रही है जिससे सरकार करोडो रुपयों को कर्जो को माफ़ करने के लिए जारी करने जा रही है।

राज्य की 21 प्रतिशत से अधिक है ट्राइबल की आबादी
यह फैसला उपचुनाव से पूर्व लिया गया है जिसमे अनुसूचित जनजाति की बड़ी आबादी को टारगेट किया गया है। वहीं सीएम शिवराज सिंह के मुताबिक आगे यह व्यवस्था अनुसूचित जाति व ओबीसी के लिए भी लागु होने जा रही है।

ज्ञात होकि राज्य में 15 से अधिक अनुसहसित जाति व ओबीसी 50 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में इनका कुल आंकड़ा 87 प्रतिशत के पास बनता है जोकि ऋण का फायदा आने वाले दिनों में उठा सकते है जिससे सरकार को अग्रिम चुनावो में अधिक फायदा पहुंचने के अनुमान है।

क्या कहा सरकार ने
सरकार के मुताबिक यह फैसला आदिवासियों को साहूकारों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए गया है। मध्यप्रदेश अनुसूचित जनजाति ऋण मुक्ति विधेयक से लाखो लोगो का इसका लाभ मिलेगा।

इसमें अनुसूचित क्षेत्रों में निवासरत अनुसूचित जनजाति वर्ग के सभी व्यक्तियों के 15 अगस्त 2020 तक के सभी ऋण ब्याज सहित माफ किये जायेंगे।

अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य वर्गों को भी साहूकारों के चंगुल से छुड़ाने के लिए मध्यप्रदेश साहूकार (संशोधन विधेयक 2020) लाये जायेंगे। आगे शिवराज ने दोहराया कि सबके कल्याण के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है।


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’



Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

‘पायलट नें कांग्रेस के लिए समर्पण के साथ काम किया है’- पूर्व कांग्रेस मंत्री जितिन प्रसाद

Next Story

ऑनलाइन वेबसीरीज को अपने कार्यक्षेत्र में लेगा IB मंत्रालय, VHP नें उठाया था हिंदू विरोधी सीरीज़ों का मुद्दा !

Latest from राम राज्य

पटाखे फोड़ने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिन्दू युवक के साथ की मारपीट, पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार, वीडियो वायरल

हाथरस- उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में दीपावली के मौके पर आतिशबाजी कर रहें हिन्दू युवक के…

दलितों के घर जाकर देवी-देवताओं की मूर्ति निकाली, पोस्टर फाड़े, शिकायत करने पर दी एससी एसटी एक्ट की धमकी

हाथरस- उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में तथाकथित अंबेडकर वादियों के द्वारा दलितों के घर जाकर हिन्दू…

हिंदू त्यौहार को मिली अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि, दुर्गा पूजा यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल

नई दिल्ली: भारत के त्यौहार दुर्गा पूजा को अब अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हो चुकी है। संयुक्त…