रीवा: मध्यप्रदेश के रीवा में एक गांव में एक शिक्षक द्वारा भारी अतिक्रमण करने का मामला सामने आया है। एक ओर जहां शिक्षक विद्यालयों में छात्रों के लिए जी जान से मेहनत करते है तो दूसरी ओर ऐसे शिक्षक छात्रों की ही जमीन को हड़प ले रहे है।
मामला रीवा के बांस गांव का है जहां एक सरकारी शिक्षक छेदीलाल आदिवासी द्वारा लगभग विद्यालय की पूरी जमीन पर ही अतिक्रमण कर लिया गया तो वहीं छात्रों द्वारा इसकी शिकायत करने पर अपने ही छात्रों को उल्टा एससी एसटी एक्ट में फ़साने की धमकी छेदीलाल देता है।
यह माध्यमिक विद्यालय बांस गाँव के लौनी ढखरा में स्थित है जहां शिक्षक साहब ने विद्यालय में ही अपना घर बना डाला है जिससे छात्रों को परिसर में आने जाने में भारी परेशानी होती है तो वहीं खेलने के लिए दी गई जमीन भी कब्जाई जा चुकी है। साथ ही छात्रों के लिए लगाए गए सरकारी हैंडपंप को भी शिक्षक ने अपना बना लिया है।
शिक्षक द्वारा एससी एसटी एक्ट की धमकी से परेशान हो जाने के बाद छात्रों के परिजनों ने तहसीलदार से लेकर बड़े बड़े अधिकारियो तक इसकी लिखित शिकायत व कार्यवाई न होने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी गई।
गाँव वालो का गुस्सा अपने चरम पर जाता देख तहसीलदार ने कार्यवाई करते हुए विद्यालय परिषर में बन रहे घर पर स्टे लगा दिया है। लेकिन अभी तक अवैध निर्माण को गिराया नहीं गया है जिससे ग्रामीण बेहद नाराज है।
वहीं ग्रामीणों द्वारा शिकायत से तमतमाए शिक्षक छेदीलाल आदिवासी ने ग्रामीणों को एससी एसटी एक्ट की आड़ में धमकाना व गाली गलोच देना शुरू कर दिया है। जिसकी सूचना चौकी प्राभारी सोनौरी को दे दी गयी है।
गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह पंकज,रजनीश सिंह,सुशील आदिवासी, रावेंद्र माझी,शीतला प्रसाद आदिवासी,बल्लू आदिवासी एवं गाँव के अन्य लोगो ने पत्र लिख कर कलेक्टर,जिला शिक्षा अधिकारी और प्रशासन से मांग की है कि अतिक्रम कर रहे शिक्षक पर जल्द से जल्द कार्यवाई की जाये व जल्द ही विद्यालय को अपने पुराने रूप में लाकर छात्रों को बेहतर माहौल प्रदान किया जाए।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
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