भागलपुर– मामला जिले के पीरपैंती प्रखंड के एकचारी गाँव का हैं, जहां बीते दिन 3 मई को जनवितरण प्रणाली के डीलर द्वारा चल रही गेहूं की कालाबाजारी को ग्रामीणों द्वारा रंगे हाथों पकड़ने उसने ग्रामीणों पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया।
जनवितरण प्रणाली के डीलर ने पूर्व और वर्तमान मुखिया के पति अगहनु मंडल के साथ प्रमोद मंडल, वकील मंडल, जोगिंदर मंडल, श्यामसुंदर मंडल उर्फ जौहरी मंडल, विनोद मंडल और पंकज मंडल को नामजद कराया हैं।
जिसके बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है, उनका कहना है कि राजनैतिक विरोधियों और डीलर की मिलीभगत के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया हैं।
ग्रामीणों ने रंगेहाथों पकड़ा
लोकल न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से गेहूं की कालाबाजारी चल रही थी, जिसे पकड़ने के लिए ग्रामीण कई दिनों से अवसर की आस में बैठे थे और जैसे ही डीलर लाल बहादुर राम के घर से 20 बोरी से भरी गाड़ी निकली तो ग्रामीणों ने गाड़ी को पकड़ लिया।
जब गाड़ी के चालक रवि से पूछा गया तो उसने बताया कि बोरो में सरसों है, जिसे व्यापारी शांति भगत के यहां पहुंचाया जा रहा था। लेकिन जब ग्रामीणों द्वारा बोरियों की जांच की गई तो 10 बोरी गेहूं की भी पाई गई, जिसे सरसों की आड़ में ले जाया जा रहा था।
वही इस मामले में डीलर का कहना है कि वह उसका खुद का गेहूं है, जो एक महीने पहले उसके खेत से काटा गया था, वही ग्रामीणों का कहना है कि यह पुराना और जनवितरण प्रणाली का गेहूं हैं।
डीलर पर भी केस दर्ज
प्रखण्ड आपूर्ति अधिकारी द्वारा जांच में गड़बड़ी और गेहूं की बोरियो की संख्या कम पाये जाने पर जनवितरण प्रणाली के डीलर लाल बहादुर राम पर भी मुकदमा दर्ज किया गया हैं।
वही ग्रामीणों का कहना है कि जब डीलर पर केस दर्ज किया गया हैं तो अब तक जनवितरण प्रणाली के गोडाउन को सील क्यों नही किया गया।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.