देहरादून: उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थपुरोहितों के आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं का सम्मान करती है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हमारी सरकार तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं का सम्मान करती है एवं उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ नेता मनोहर कांत ध्यानी से आग्रह किया है कि वे देवस्थानम बोर्ड के बारे में सभी वर्गों से राय लेकर एक रिपोर्ट तैयार करें, ताकि देवस्थानम बोर्ड के सम्बन्ध में जन भावनाओं के अनुरूप एक सुविचारित निर्णय लिया जा सके।
गौरतलब है कि बीते दिनों देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों का आंदोलन अब तेज हो गया है। देवस्थानम बोर्ड भंग करने के लिए केदारनाथ के तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने खून से लिखकर PM मोदी को पत्र भेजा है।
उन्होंने पत्र में तीर्थपुरोहितों की रक्षा के लिए यथाशीघ्र देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की। उन्होंने लिखा कि सनातन धर्म की पौराणिक परंपराओं के साथ छेड़छाड़ किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं केदारनाथ में बुधवार को आंदोलनकारियों ने नारेबाजी कर जुलूस निकाला। केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि जब तक प्रदेश सरकार देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं करती, वे आंदोलनरत रहेंगे। एक सितंबर को जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में होने वाले प्रदर्शन में केदारघाटी के प्रत्येक गांव के ग्रामीण शामिल होंगे।