नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि संगठन विस्थापित हिंदू – सिख समुदाय की सुरक्षा व संरक्षण हेतु कृत संकल्पित है।
अफगानिस्तान में तेजी से बदलते परिदृश्य पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए विश्व हिन्दू परिषद ने वहाँ बचे हिन्दू – सिख समुदाय के साथ समस्त भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित कर उनकी सकुशल घर – वापसी हेतु सार्थक प्रयास किए जाने पर बल दिया है।
विहिप के केन्द्रीय महा – मंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि यद्यपि भारत सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए गए कदम सराहनीय हैं, तथापि जब तक समस्त भारतीयों के साथ वहाँ के हिन्दू – सिख समुदाय के सभी लोग सुरक्षित नहीं आ जाते, उनके जान – माल की रक्षा हेतु हर स्तर पर गंभीर प्रयत्न किए जाने की नितांत आवश्यकता हैं। विश्व हिन्दू परिषद अनेक वर्षों से पाकिस्तान से विस्थापित लाखों हिंदुओं के सेवा में लगी ही है, हम अपने अफगानिस्तानी हिन्दू – सिख विस्थापितों की भी हर संभव मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि विस्थापित बंधु – भगिनियों के बीच सेवा के कार्य को हम और गति प्रदान करेंगे। महिलाओं व बच्चों तक के मानवाधिकारों के गंभीर हनन के कारण अफगानिस्तान में तालिबान का विरोध हो ही रहा है साथ ही, विश्व समुदाय भी उसके आतंक से भली भांति परिचित है। इसके बावजूद, हमारे देश के नवोदित तालिबानी चाटुकार व सेक्यूलर गेंग, इस्लामिक जिहादियों के साथ आतंकियों को भी प्रोत्साहित करने में लगे हैं। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि आतंकवाद व उसको समर्थन दोनों ही का अंत बुरा होता है।
परांडे ने अंत में कहा कि आतंकी सांपों को पालने वाले उसके विषैले फन से स्वयं को भी नहीं बचा सकते। तालिबान का महिमा मंडन करने वालों को कुछ दिन अपने परिवार के साथ अपने चहेतों की छत्रछाया में अफ़गानिस्तान में भी गुजारने चाहिए।