मैंहैटन: देश भर में चल रहे नागरिकता कानून पर घमासान पर एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है. अब CAA के इस मैदान में माइक्रोसॉफ़्ट के CEO सत्य नडे़ला भी कूद पड़े हैं जिसको विरोधी और समर्थक इसे अपने हिसाब की सुई से अर्थ में पिरो रहे हैं. दरअसल नडे़ला साहब ने इस मुद्दे पर जवाब ही इतना नपा तुला दिया है की जिसको जैसे मन हो वैसे अर्थ निकाल सके.
मैंहैटन में BuzzFeedNews के संपादक ने एक शो में सत्य नडे़ला से CAA पर सवाल पूछा था. जिसपर उन्होने बड़ा सधा सा जवाब दिया. उन्होने कहा “सभी देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा, सीमाओं, इमिग्रेशन पॉलिसी को अपने मुताबिक तय करेंगे व उनको करना भी चाहिए. साथ ही लोकतंत्र में सरकार व जनता आपस में बातचीत कर इनका हल भी निकालेंगी. वही मै भारतीय संस्कृति में पला बढ़ा हू और अमेरिका की इमिग्रेशन नीतियो का अनुभव भी है.”
आगे सत्य नडे़ला कहते है कि ” मै एक ऐसे भारत को देखना चाहूंगा जहा कई देश से आने वाले प्रवासी बड़ी बड़ी कम्पनियों का नेतृत्व करे व नए स्टार्ट अप खोलने का अच्छा अवसर प्राप्त कर सके”.
Statement from Satya Nadella, CEO, Microsoft pic.twitter.com/lzsqAUHu3I
— Microsoft India (@MicrosoftIndia) January 13, 2020
सत्य नडे़ला के इसी बयान को दोनों दल अपने अपने मुताबिक तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं परंतु उन्होने ऐसा कही प्रतीत नहीं होने दिया. अमेरिका में इमिग्रेशन नीतियों की कड़ी शर्ते सभी के सामने है वह उन्ही लोगों को नागरिकता दे रहे हैं जो उनके देश को आगे ले जाने में सक्षम है. वही सभी देशों को अपनी नीतियों को तय करने की बात कह कर सत्य नडे़ला ने एक तरह से CAA का समर्थन ही कर दिया है जिसे बड़े बड़े मीडिया संस्थान विरोध के रूप में हम सबको पढ़ा रहे हैं. सत्य नडे़ला के बयान में पोलैंड की नई इमिग्रेशन पॉलिसी जिसमे मुस्लिम शरणार्थी को देश में शरण ना देना, ब्रैगज़िट से ब्रिटिश द्वारा नए शरणार्थी पर रोक लगाना हो या अमेरिका द्वारा अमेरिका फ़र्स्ट का नारा हो सब सम्मलित दिखता है.
सत्य नडे़ला के बयान व माइक्रोसॉफ़्ट के ट्वीट से साफ है कि अगर वह इसका साफ शब्दों में समर्थन नहीं कर रहे हैं तो दबे मुँह विरोध भी नहीं जता रहे हैं.
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