इसके बाद चित्रा नें देश की गरीबी पर कहा कि “क्या एक देश के तौर पर हम ऐसी व्यवस्था नहीं कर सकते कि आपातकालीन स्थिति में जो देश का सबसे गरीब आदमी हो, वो भी कम से कम 3 महीने बिना कमाये आराम से जीवन बसर कर सके।”
कोरोना काल ख़त्म हो जाये, तो दो बेहद जरुरी मुद्दों पर काम करने की ज़रूरत है-
1- जनसंख्या
2- ग़रीबी(क्या एक देश के तौर पर हम ऐसी व्यवस्था नहीं कर सकते की आपातकालीन स्थिति में जो देश का सबसे गरीब आदमी हो, वो भी कम से कम तीन महीने बिना कमाये आराम से जीवन बसर कर सके ?)
— Chitra Tripathi (@chitraaum) April 16, 2020
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】