नई दिल्ली : श्यामा प्रसाद की जयंती से यूनिफॉर्म सिविल कोड की वर्चुअल माँग काफी तेज हो गई है।
देश में कई मुद्दे ऐसे रहे हैं जिनपर लोग काफी मुखर रहे हैं। इनमें से एक है यूनिफॉर्म सिविल कोड जिसकी माँग 6 जुलाई से और तेज हो उठी क्योंकि ज्ञात हो कल ही देश में एक निशान एक विधान की वकालत करने वाले जनसंघ के नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती थी।
इसी बीच देश में PIL मैन के नाम से मशहूर सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता व BJP नेता अश्विनी उपाध्याय नें भारत में पहली बार यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में वर्चुअल मानव श्रृंखला की शुरुआत की है।
उन्होंने इस मुहिम के तहत UCC के साथ #UniformEducation #UniformHealthcare #AntiInfiltrationLaw #AntiConversionLaw #PopulationControlLaw जैसे महत्वपूर्णकानूनों का समर्थन करने के लिए आव्हान किया। इसके अलावा अधिवक्ता नें दिल्ली भाजपा नेता डॉक्टर सत्यपाल, मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा सुुुप्रीम कोर्ट वकील प्रशांत पटेल राष्ट्रीय हित में #VirtualHumanChain में शामिल होने के लिए आव्हान किया है।
कोरोना वैक्सीन से ज्यादा जरूरी UCC:
दुनिया सहित पूरा भारत कोरोना संकट से जूझ रहा है। इसी बीच भाजपा नेता व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने कोरोना वैक्सीन से ज्यादा जरूरी जनसंख्या नियंत्रण व यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे कानूनों को बताया है।
बतौर सुप्रीम कोर्ट वकील अश्विनी जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए दिल्ली हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर कर चुके हैं। कोर्ट नें उनकी याचिकाओं पर संज्ञान भी लिया है।
अब अश्विनी उपाध्याय ने देश में कानून सुधार व कानून लागू करने की माँग की है जिसे उन्होंने कोरोना वैक्सीन से भी आवश्यक करार दिया है।
अश्विनी उपाध्याय ने अपने बयान में कहा कि “कोरोना वैक्सीन से भी ज्यादा जरूरी है: चुनाव सुधार, पुलिस सुधार और न्यायिक सुधार करना, धर्मांतरण नियंत्रण, घुसपैठ नियंत्रण और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना, सभी बच्चों के लिए समान शिक्षा और समान चिकित्सा तथा सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करना।”
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्र वाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’