MP: न ढहे कांग्रेस नेता के अवैध निर्माण, भीम आर्मी ने रातोंरात लगा दी अंबेडकर मूर्ति, पुलिस पर हमला

मुरैना: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में भीम आर्मी ने ग्रामीणों संग मिलकर अवैध जमीन में बीआर अंबेडकर की छह फीट की मूर्ति स्थापित कर दी।

ये स्थापना कार्य सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ एक अतिक्रमण हटाओ अभियान से तीन अवैध रूप से निर्मित मकानों को कथित रूप से बचाने के लिए रातोंरात कर दिया गया।

मुरैना जिले के चैना गाँव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था क्योंकि जिला प्रशासन के अभियान के खिलाफ अंबेडकर की मूर्ति के सामने बड़ी संख्या में लोग धरने पर बैठे थे। मुरैना के जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा, “बुधवार को अवैध रूप से बनाए गए घर में डॉ बी आर अंबेडकर की मूर्ति रात भर लगाई गई है। हमने ग्रामीणों से मूर्ति को सम्मानपूर्वक हटाने के लिए कहा है। हमने उन्हें दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। दो दिनों के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

मुरैना, पुलिस अधीक्षक, अनुराग सुजानिया ने कहा, “पुलिस और जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम पिछले दो दिनों से चैना गांव में सरकारी जमीन पर बने मकानों को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। मंगलवार को, ग्रामीणों ने टीम पर हमला किया और दो सरकारी कर्मचारियों को घायल कर दिया।”

उन्होंने कहा कि “पुलिस ने भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष मनोज समिल और अवैध रूप से बनाए गए घर के मालिक जगदीश टैगोर सहित 10 लोगों के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास), 353 (एक सार्वजनिक नौकर को रोकने के लिए आपराधिक बल का हमला या आपराधिक बल प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया।”

चैना गांव में अतिक्रमण हटाने आई प्रशासन की टीम को खदेड़ने के बाद जगदीश टैगोर के टूटे हुए घर के पास बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगा दी गई। पथराव व हंगामे के बाद प्रशासन की टीम चैना से पीछे हट गई, इसके बाद बागचीनी थाने में भीम आर्मी के मनोज सैमिल के अलावा अतिक्रमणकारी पूर्व जिपं सदस्य व कांग्रेस नेता जगदीश टैगोर, उसके बेटे, भाइयों के साथ गांव के करीब 25 लोगों पर नामजद एफआइआर हुई है। इनके अलावा 40 अज्ञातों को भी एफआइआर में आरोपित बनाया गया है।

पुलिस ने मनोज समिल को गिरफ्तार कर लिया और टैगोर और आठ अन्य लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं भीम आर्मी के विजय कुमार ने कहा कि उक्त प्रकरण में जांच करने पंजीकृत संगठन भीम आर्मी की ओर से मनोज से मिल गए थे किंतु जिला प्रशासन ने उन्हीं को मुख्य आरोपी बना दिया प्रशासन उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच करें, पदाधिकारियों पर लगाए मुकदमे तत्काल हटाए वर्ना भीम आर्मी मुरैना में कठोर कदम उठाने को बाध्य होगे।

धरने पर बैठे एक ग्रामीण प्राण सिंह ने कहा, “ग्रामीणों ने अपना सारा पैसा अपने घरों के निर्माण में खर्च कर दिया और अब जिला प्रशासन इसे ध्वस्त करना चाहता है। जिला प्रशासन के अन्याय से ग्रामीणों को बचाने के लिए मूर्ति स्थापित की गई थी।”

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