मथुरा: 15 जनवरी को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम पर रिलीज हुई सैफ अली खान की वेब सीरीज तांडव पर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है, देशभर में इसका विरोध हो रहा है। वहीं अब मशहूर कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर भी इस वेब सीरीज के विरोध में उतर आए हैं।
उन्होंने इस मसले पर बयान भी जारी किए एक बयान में कहा कि आजादी के पहले हो या आजादी के बाद हमेशा हिंदुओं को निशाना बनाया गया है चाहे वह मंदिर तोड़ना हो। बावजूद इसके हिंदुओं ने साहस का परिचय दिया है लेकिन हिंदुओं पर कुठाराघात हुआ है।
देवकीनंदन ने कहा कि भगवान राम भगवान कृष्ण भगवान शिव ने केवल हिंदुत्व के लिए काम है किया बल्कि सबके लिए काम किया है। लेकिन एक फिल्म बनी है तांडव जिसमें भगवान का बार-बार मजाक उड़ाया गया है कि मैं फोटो बदल लूं श्री राम के फॉलोवर बढ़ रहे हैं। मैं समझ सकता हूं कि भगवान राम के फॉलोवर्स बढ़ रहे हैं। हम समझ सकते हैं कि भगवान श्री राम के जितने फॉलोवर हैं वो तुम्हारे पुरखों के कभी हो नहीं सकते। क्योंकि भगवान राम ने ऐसा किया है उनको फॉलोवर्स बढ़ाने की जरूरत नहीं।
आगे कहा कि तुम बार-बार हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हो क्योंकि हम हिंदू एक नहीं हो पाते। तांडव फिल्म बनती है तांडव नहीं और भी कई फिल्म बनती हैं क्योंकि हम हिंदू एक नहीं हो पाते। जिस दिन हम हिंदू एक हो गए यह काम बंद हो जाएगा। जितनी जल्दी हो सके इन वेब सीरीज को बंद किया जाए और सनातनियों से माफी मांगी जाए नहीं तो अगला कदम कुछ और होगा।
अंत में कहा कि तांडव वेब सीरीज कोई पहली सीरीज़ नहीं है जिसमें सनातन धर्म का अपमान किया गया है लेकिन यह अंतिम सीरीज जरूर हो सकती है यदि सभी सनातनी एकजुट होकर ऐसे लोगों के प्रति कड़ा विरोध करे। अब समय आ गया ईशनिंदा कानून बनाने का, बॉलीवुड का बहिष्कार करने का।
क्या है विवादित हिस्सा:
दरअसल, वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में सीरीज के कलाकार जीशान अय्यूब भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं और इसी वेशभूषा में वह एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधन में कह रहे हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए।’ जीशान के आते ही मंच संचालक कहता है- ‘नारायण-नारायण, प्रभु कुछ करिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मुझे लगता है हमें कोई नई स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।’
इस पर भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं तस्वीर बदल दूं क्या?’ जिसके जवाब में मंच संचालक कहता है ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।’