भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना से लड़ने के सबसे सशक्त हथियार वैक्सीन के प्रति जागरूकता के लिए इस विचार को अपनाकर अनूठी पहल की गई है।
सफर करते वक्त हमारी नजरें इधर-उधर के कई नजारों को देखती है। ऐसा ही एक दृश्य होता है आगे चल रहे वाहन को देखना और उस पर लिखी कविता तथा शायरी को पढ़ना। कई बार शायरी समाज को संदेश भी देती हैं और कभी नसीहत भी देती हैं तो कई में ड्राइवरों का दर्द झलकता है तो कुछ में मौज मस्ती होती है।
इनकी भाषा-शैली और अंदाज के कारण यह लोगों को गुदगुदाती हैं और लंबे समय तक याद भी रहती है। भोपाल में कोरोना से लड़ने के सबसे सशक्त हथियार वैक्सीन के प्रति जागरूकता के लिए इस विचार को अपनाकर अनूठी पहल की गई है।
जनसपंर्क विभाग ने बताया कि जागरूकता के लिए जिले भर में रथ से जागरूकता का संदेश दे रही सर्च एंड रिसर्च डवलपेंट सोसायटी अब वाहनों के पीछे ’कोरोना शायरी’ लिखने का अभियान चला रही है।
अब भी कोरोना की वैक्सीन को लेकर अनेक तरह की भ्रांतियां, डर और संशय है। वैक्सीन को लेकर तरह तरह की अफवाहें फैल रहीं हैं। लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं और कई गांवों और कस्बों में स्वास्थ्य अमले से बुरा बर्ताव भी कर रहे हैं जबकि सरकार और विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन ही कोरोना से लड़ने का वर्तमान में सशक्त हथियार है। ऐसी स्थिति में इस भ्रम को दूर कर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करने के लिये सभीतरह के प्रयास किए जा रहे है ताकि संपूर्ण टीकाकरण से हमारा देश कोरोना महामारी से मुक्त हो सके हैं।
टीकाकरण को लेकर व्यापक स्तर पर जन-जागरूकता के लिए सर्च एंड रिसर्च डवलपमेंट सोसायटी ने “ट्रकों पर कोरोना शायरी” लिखने की अनूठी पहल की है। सोसायटी ने कोरोना शायरी उसी रोचक और मौजी अंदाज में लिखी है जैसी आप ट्रकों के पीछे पढ़ते हैं।
इसमें अनेक भावों के साथ वैक्सीन लगवाने और मास्क का निरंतर उपयोग करने के संदेश है। ट्रक, बस, ट्रेक्टर- ट्रॉली जैसे वाहन गांव-शहरों से होते हुए पूरे देश में जाते हैं। इस तरह से लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के लिए यह मुहिम बेहतर होगी,यह उम्मीद की जा सकती है।
“शायरी और कविताओं की बानिगी”
1. “देखो मगर प्यार से….”
“कोरोना डरता है वैक्सीन की मार से”
2. “मैं खूबसूरत हूं मुझे नजर न लगाना”
“जिंदगी भर साथ दूंगी, वैक्सीन जरूर लगवाना”
3. “टीका लगवाओगे तो बार-बार मिलेंगे”
“लापरवाही करोगे तो हरिद्वार में मिलेंगे”
4. “यदि करते रहना है सौंदर्य दर्शन रोज-रोज”
“तो पहले लगवा लो वैक्सीन के दोनों डोज”
5. “टीका नहीं लगवाने से”
“यमराज बहुत खुश होता है।”
6. “चलती है गाड़ी, उड़ती है धूल”
“वैक्सीन लगवा लो वरना होगी बड़ी भूल”
7. “बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला”
“अच्छा होता है वैक्सीन लगवाने वाला”
8. “मालिक तो महान है, चमचों से परेशान है”
“कोरोना से बचने का, टीका ही समाधान है।