देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले हुए सर्वे में निकल कर आया है कि अभी चुनाव होते हैं तो उत्तराखंड में मुस्लिम समुदाय बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी को वोट कर सकते हैं। सत्ता में दूर होने के बावजूद कांग्रेस मुस्लिम समुदाय की पसंद बनी हुई है।
चुनाव विज्ञानी व जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने शनिवार को उत्तराखंड चुनाव के पहले सर्वे जारी किया। संस्थान के मुताबिक यह सर्वे 20 सितंबर 2021 से लेकर 26 सितंबर 2021 के बीच हुआ। सर्वे के दौरान जन की बात की टीम ने करीब 2000 लोगों से बात की और उसके बाद एक विस्तृत सर्वे प्रस्तुत किया।
इस सर्वे में जन की बात ने जनता से यह जानने की कोशिश की कि अगर अभी चुनाव होते हैं तो उत्तराखंड की जनता किसे चुनेगी और उत्तराखंड की जनता के लिए क्या-क्या मुख्य मुद्दे हैं ?
सर्वे के दौरान टीम ने राज्य के मुस्लिम समुदाय के लोगों से भी बातचीत की और इस दौरान मुसलमानों ने बताया कि उनके लिए पहली पसंद कांग्रेस है। 78% मुसलमान मानते हैं कि कांग्रेस उनके लिए सही है और वह कांग्रेस को वोट करेंगे।
जबकि 14% मुसलमानों ने इस बार न बीजेपी ने कांग्रेस की तरफ़ बल्कि आम आदमी पार्टी की तरफ रुख करने का सोच रहे हैं। यानी 14% मुसलमान इस बार आम आदमी पार्टी की तरफ से आ सकते हैं। वहीं पर महज 8% मुसलमान इस पर बीजेपी को वोट कर सकते हैं।
सर्वे के अंतिम निष्कर्ष निम्नलिखित हैं:
1) सर्वे में भाग लेने वाले अधिकांश लोगों को लगता है कि भाजपा सत्ता में लौट सकती है, लेकिन प्रतिस्पर्धा कड़ी है।
2) हरीश रावत सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री हैं, उसके बाद पुष्कर धामी और अनिल बलूनी हैं
3) आप उत्तराखंड में कांग्रेस के वोट खा रही है।
4) मुख्यमंत्री के चेहरे में बार-बार बदलाव उत्तराखंड में भाजपा के लिए एक नुकसानदेह फैक्टर रहा है।
5) ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस से अधिक भाजपा को पसंद करते हैं।
6) 60% को लगता है कि मौजूदा विधायक सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं।