भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब हबीबगंज थाने का भी नाम बदलने की तैयारी है।
गुरुवार को प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों के एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के बाद अब हबीबगंज थाने का नाम बदलने को लेकर एक प्रस्ताव आया है।
गृहमंत्री मिश्रा ने आगे कहा कि सरकार थाने का नाम बदलने के प्रस्ताव पर विचार करेगी।
हिंदू संगठनों ने उठाई माँग
गौरतलब है कि पिछले दिनों भोपाल स्थित हिंदू संगठन ‘संस्कृति बचाओ मंच’ ने मांग की कि हबीबगंज थाने का नाम भी रानी कमलापति किया जाए।
संगठन ने यह भी कहा कि हमीदिया ओर सुल्तानिया हॉस्पिटल के नाम को परिवर्तित कर किसी राष्ट्र भक्त या अमरशहीद के नाम पर रखा जाए।
मध्यप्रदेश सरकार के अनुरोध पर बदलाव रेलवे स्टेशन का नाम
बता दें कि शुक्रवार को मध्यप्रदेश सरकार के परिवहन विभाग द्वारा भारत सरकार के गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखा गया था जिसमें हबीबगंज रेलवे स्टेशन, भोपाल का नामकरण रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के रूप में किए जाने का अनुरोध किया गया। बाद में केंद्र सरकार ने इस अनुरोध को स्वीकार किया।
अंतिम हिंदू रानी थीं कमलापति
16 वीं सदी में भोपाल क्षेत्र गोंड शासकों के अधीन था। ऐसा माना जाता है कि तत्समय गोंड राजा सूरज सिंह शाह के पुत्र निजामशाह से रानी कमलापति का विवाह हुआ था। रानी कमलापति ने अपने पूरे जीवनकाल में अत्यंत बहादुरी और वीरता के साथ आक्रमणकारियों का सामना किया। वह भोपाल की अंतिम हिंदू रानी थीं।