आरक्षित सीट धोद विधायक परसराम 172 करोड़ की संपत्ति के साथ राजस्थान के सबसे धनी विधायक

राजस्थान : देश में 5 राज्यों के चुनाव हो गए, 11 दिसंबर को उनके नतीजे भी आए जिसमें हिंदी पट्टी का दिल कहे जाने वाले 3 बड़े सूबों राजस्थान, छत्तीसगढ़ व एमपी में भाजपा को कांगेस नें सत्ता से बेदखल कर दिया |

राजस्थान के एक विधायक की औसत संपत्ति 7 करोड़ :

देश के सभी चुनावों में जनप्रतिनिधियों के चुनावी खर्चों व आपराधिक मामलों का अध्ययन करने वाली संस्था ” एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स “ नें 5 राज्यों के परिणाम के बाद 14 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट जारी की है | इसमें कई आंकडें आम लोगों की न तो पकड़ में आ सकते न ही समझ में खैर तब भी हम समझने का प्रयास करते हैं |

सूबे के चुने हुए 199 विधायकों में से 158 विधायक (79%) करोड़पति हैं यानी ऐसे में एक विधायक की औसत संपत्ति 7.39 करोड़ है |

कांगेस के 99 में से 82 विधायक (83%), भाजपा के 73 में से 58 विधायक (79%) ऐसे हैं जिनकी चल व अचल संपत्ति 1 करोड़ या अधिक है | सीकर जनपद की एससी आरक्षित सीट धोद के कांग्रेसी विधायक पारसराम मोरदिया 172 करोड़ की संपत्ति के साथ इस सूची में टॉप मार रहे हैं |




वहीं 107 करोड़ के साथ कांग्रेस के अंजना उदयलाल (नीमबहेरा सीट) दूसरे व कांग्रेस के विश्वेन्द्र सिंह 104 करोड़ (डीग कुम्हेर सीट) तीसरे स्थान पर हैं |

adr reoprt 2018

2018 के विधायकों पर घोषित आपराधिक केस में सत्ताधारी कांगेस के पीछे भाजपा :




तो राजस्थान के कुल 199 विधायकों में से सत्तधारी कांग्रेस के 99 में से 25 विधायक (25%), विपक्षी भाजपा के 73 में से 12 विधायक (16%) नें अपने ऊपर आपराधिक केस घोषित किए हैं |

वहीं हत्या, हत्या के प्रयास व अपहरण जैसे गंभीर आपराधिक केसों में कांगेस के 99 में से 16 विधायक (16%), भाजपा के 73 में से 7 विधायक (10%) हैं |

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