सवर्ण समाज की अद्भुत पहल, युवक नें 34वीं बार रक्तदान से दिव्यांग दलित की बचाई जान

रीवा (MP) : सामाजिक एकता का एक अनूठा उदाहरण दिखा जब सवर्ण समाज के युवाओं नें शहर के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे दिव्यांग दलित की जान बचाई |

बड़े बड़े मीडिया से आपने अक्सर नकारात्मक ख़बरें ही सुनी होगी कि फलाना समाज नें इसके साथ गलत किया लेकिन इसके उलट खबरें देने में ऐसा लगता है कि सन्नाटा छा जाता है | लेकिन हम कुछ अलग सोचते हैं इसलिए समाज में सौहार्द फ़ैलाने वाली खबर ढूढ़ कर लाए हैं | हमारी टीम नें रक्तदान करने वाले युवाओं से संपर्क किया और जो हमें जानकारी पता चली वो सुनकर आप बहुत सकारात्मक महसूस करेंगे |

Advertise with Falana Dikhana at the cheapest price !

दरअसल बात है मध्यप्रदेश के रीवा जिले की, इस जिले में सेमरिया तहसील के गाँव खपटिहा के रहने वाले हैं दलित समाज के बुजुर्ग कमलेश आदिवासी जिनका 18 जून को एक दर्दनाक सड़क हादसे में पैर टूट गया और चोंट काफ़ी गंभीर थी पूरे पैर में 2 जगह फ्रैक्चर भी हो गए |

इसी बीच उनके शरीर का सारा खून भी बह चुका था जैसा कि हम जानते हैं कि शरीर से खून का बह जाना यानी खतरनाक होता है और उस समय व्यक्ति के साथ कुछ भी हो सकता है |

हालांकि उन्हें रीवा शहर के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था | लेकिन उन्हें आगे के ईलाज के लिए डाक्टरों नें तुरंत खून की आवश्यकता बताई |

कमलेश के परिजनों नें ख़ून के लिए कहीं संपर्क किया लेकिन इंतजाम नहीं हो सका | इसी बीच ये खबर सेमरिया के रहने वाले सवर्ण समाज के पास पहुंची तो युवाओं नें अपने दोस्तों में आदिवासी की जान बचाने के लिए कमर कसली और फ़ौरन खून देने के लिए युवक विजय गुप्ता तैयार हो गए |

विजय गुप्ता नें सेमरिया से 35 किलोमीटर दूर शहर की संजय गांधी अस्पताल में रक्तदान किया | और आदिवासी कमलेश की हालत अब स्थिर बताई जा रही है वहीं कमलेश के बारे में बताया गया कि वो दोनों आंखों से दिव्यांग थे |

इधर विजय गुप्ता के बारे में पता चला कि उन्होंने ये सामाजिक काम पहली बार नहीं किया है बल्कि 34वीं बार किया है | वहीं इस सामाजिक काम पर सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी नें भी युवक विजय गुप्ता की पीठ थपथपाई और धन्यवाद ज्ञापित किया |

SEMARIA MLA KP TRIPATHI AT SANJAY GANDHI HOSPITAL

तो सबसे पहले विजय गुप्ता जी को सामाजिक पहल और इंसानियत के लिए रक्तदान की भूरी -भूरि प्रशंसा करते हैं और आशा करते हैं कि समाज के अन्य लोग इनसे सकारात्मक सीखेंगे |

 

 

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

RJD नें डॉक्टरों को बताया सवर्ण व मारे गए 200 बच्चों को दलित, मचा बवाल

Next Story

9 साल की उम्र में आशुतोष दुबे नें सीखे चारों वेद, CM योगी नें बुलाके किया सम्मानित !

Latest from स्पेशल

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला, शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी से अधिक आरक्षण को बताया असंवैधानिक

बिलासपुर– छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने शिक्षण संस्थानों में 50% से अधिक आरक्षण को असंवैधानिक बताया है, हाईकोर्ट…