गाजियाबाद: उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद के करहेड़ा गांव के 50 दलित परिवारों के 236 लोगों के बौद्ध धर्म अपनाने की खबर आई थी। इनमें से कुछ लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने बुधवार को उनके आवास पर भी पहुंचे थे।
अब करहेड़ा धर्मांतरण वाली घटना को लेकर गाजियाबाद (लोनी) के विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने बड़े खुलासे वाले दावे किए हैं। विधायक ने घटना को एक सोची समझी रणनीति बताकर इसपर जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित उत्तरप्रदेश के राज्यपाल व प्रमुख गृह सचिव उत्तरप्रदेश सरकार को पत्र लिखा है।
ये है विधायक का पत्र:
“हाथरस की घटना के माध्यम से देश को जाति दंगों में झोंक कर अस्थिर करने का प्रयास विफल होने के बाद आई एस आई दाऊद इब्राहिम और अरविंद केजरीवाल द्वारा उन्हें उत्तर प्रदेश की सरकार एवं होने वाले उप चुनाव को प्रभावित करने के लिए गाजियाबाद के करहेड़ा गांव को जातीय उन्माद और दंगों की प्रयोगशाला बनाने के क्रम में पवन नाम के भोले भाले व्यक्ति को दिल्ली के एक होटल में बैठक कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधायक अमानतुल्लाह खान और सांसद संजय सिंह द्वारा 10 लाख देकर और अन्य लोगों को लोगों को 2-2 लाख देेेेेकर धर्म परिवर्तन पर झूठी अफवाह फैला दी जिसमें विश्व का ध्यान खींचा जा सके और पूरे देश को जातीय दंगों में झोंक कर भारत की छवि धूमिल की जा सके। हालांकि यह घटना जमीनी स्तर पर झूठी है। मैंने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर इसकी पुष्टि की है घटना को बड़े स्तर पर प्रचार करने के लिए पत्रकारों को भी पैसा दिया गया।
करहेड़ा मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधायक सांसद संजय सिंह की भूमिका की पुष्टि के लिए आप डिटेल निकलवा कर देख सकते हैं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।यह लोग भारत में दाऊद इब्राहिम और आईएसआई के एजेंट है और ऐसी घटना को प्रायोजित करने की तैयारी कर चुके हैं।
सनातन धर्म को बाल्मीकि समाज पर गर्व है और इस घटनाक्रम से बाल्मीकि समाज की गौरवमई इतिहास को साजिश के तहत कलंकित करने का गंभीर विषय को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और अरविंद केजरीवाल, अमानतुल्लाह खान और संजय सिंह को तुरंत गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए जिससे देश को जातीय दंगों में झोंकने और अस्थित होने से बचाया जा सके।”