गोरखपुर: CM योगी के क्षेत्र गोरखपुर से एक गंभीर मामला सामने आया है जहाँ पुलिस ही प्रश्न के घेरे में आ गई है। जिले की रहने वाली एक 23 साल की लड़की के आत्महत्या के मामले में 20 दिन बाद भी पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ दो लोगों ने दुष्कर्म कर वीडियो बनाया और उसे वायरल करने की धमकी देने लगे जिसके बाद लड़की ने अपनी जान दे दी।
नियो पॉलिटीको से बातचीत में मृतका के भाई दुर्गेश तिवारी ने बताया कि उनकी बहन को दो लड़के परेशान करते थे। आरोपियों ने उनकी बहन के साथ दुष्कर्म कर एक वीडियो बना लिया था। इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर वह उसे मिलने बुलाते थे। जिससे परेशान होकर लड़की ने आत्महत्या कर ली।
माँ को बताकर कर ली आत्महत्या
MSC की छात्रा ने अपनी माँ को घटना की जानकारी दी और कहा कि दोनों आरोपी उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहे हैं। जिसके बाद लड़की की माँ ने कहा कि भाई जाकर उन लड़कों से बात करेगा। इसके बाद 21 दिसंबर को लड़की अपने कमरे में गई और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने दर्ज नहीं की FIR
सुबह जब लड़की नहीं उठी तो घर वालों ने देखा कि उसने आत्महत्या कर ली है। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पोस्टमार्टम के बाद भी पुलिस ने घटना की FIR दर्ज नहीं की। परिजनों ने जनसुवाई पोर्टल से लेकर पुलिस अधीक्षक तक को घटना की जानकारी दी लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई। पुलिस विवेचना की बात कर मामले को टाल रही है। परिजनों का आरोप है कि ब्राह्मण होने के चलते उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
श्रीधर सेवा कराएगी FIR
समाजसेवी संस्था श्रीधर सेवा ने प्रकरण को गंभीर बताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई की मांग की है। इसके लिए जल्द संस्था की ओर से हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा। साथ ही FIR दर्ज करा आरोपियों को भी जेल भिजवाने का काम किया जायेगा।