राँची: झारखंड में विधानसभा भवन में नमाज़ अदा करने के लिए अलग से कमरा आवंटन पर बवाल खड़ा हो गया है। भाजपा ने इसे धर्मनिरपेक्षता पर हमला करार दिया है।
3 सितंबर से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। हालांकि इसके एक दिन पहले विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार की ओर से आदेश जारी किया है।
यह आदेश कहता है, “नये विधान सभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या- TW – 348 आवंटित किया जाता है।”
हालाँकि विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए अलग से कमरा आवंटन करने पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने आदेश को लेकर कहा कि झारखंड के इतिहास में पहली बार विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज भवन बनाया गया। तुष्टीकरण की सारी सीमाएं पार हो गई। क्या विधानसभा में बहुसंख्यक समाज के लिए मंदिर या प्रार्थना कक्ष की व्यवस्था है ?
प्रतुल ने आगे कहा कि झारखंड सरकार से आग्रह है सोम को भगवान शिव, मंगल को श्री हनुमान, बृहस्पति को श्री विष्णु, शुक्र को मां, शनि को शनि देव और रवि को सूर्यदेव की आराधना के लिए विशेष प्रबन्ध करें। खाली समय मे सेंट्रल हॉल का भी उपयोग किया जा सकता है क्योकि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसानी से हो सकता है।
वहीं सदर, हजारीबाग से भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि यह देख हैरानी नहीं हुई क्यूंकि झारखण्ड सरकार की यही कार्यशैली है। नमाज़ कक्ष से मुझे कोई आपत्ति नहीं, परन्तु मेरी इच्छा है कि विधानसभा के अंदर एक प्रभु श्री राम की मंदिर बने जहाँ माता सीता और बजरंगबली भी स्थापित हों। मुझे आशा है झारखण्ड सरकार मेरा आग्रह जरूर मानेगी।