लखनऊ: कोविशील्ड की पहली डोज लगवाने के बाद भी एंटीबॉडी नहीं बनने पर लखनऊ के एक व्यापारी प्रताप चंद्र ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और आईसीएमआर व डब्लूएचओ के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है।
व्यापारी के अनुसार वैक्सीन लगवाने के बाद एंटीबॉडी तो बनी नहीं बल्कि प्लेटलेट्स घट गई हैं। उन्होंने बताया कि आठ अप्रैल को उन्होंने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। उन्हें दूसरी डोज 28 अप्रैल को लगाई जानी थी। लेकिन आईसीएमआर की तरफ से दिशा-निर्देश जारी कर पहली और दूसरी डोज के बीच का समय बढ़ा दिया गया।
आशियाना निवासी प्रतापचंद्र ने बताया कि उन्हें आईसीएमआर की ओर से भरोसा दिलाया गया था कि डोज का वक़्त इसलिए बढ़ाया गया है क्यूंकि कोविशील्ड की एक डोज ही प्रयाप्त एंटी बॉडीज बना देती है। जिसके बाद 25 मई को उन्होंने एंटीबॉडी टेस्ट कराया था। जिसकी रिपोर्ट देख कर वह हैरान रह गए। प्रताप के अनुसार उनके शरीर में एंटीबॉडी बनने की जगह प्लेटलेट्स कम हो गई। ऐसे में उनके संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है।
इस संबंध में प्रतापचंद्र ने आशियाना थाने में तहरीर दी है। मामले पर उन्होंने हत्या के प्रयास के तहत मुकदमा लिखे जाने का अनुरोध किया है।
एसीपी कैंट के मुताबिक तहरीर के संबंध में विशेषज्ञों से राय ली गई है। सीएमओ आफिस से जांच कर रिपोर्ट भेजने का आग्रह किया गया है। उन्होंने बताया कि सीएमओ दफ्तर से रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।