जनसंख्या नियंत्रण कानून में तेजी, 4 हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करेगी केंद्र सरकार !

नई दिल्ली: जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर कार्रवाई अब और तेज हो गई है। 

इस कानून के मुख्य पक्षधर व याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के मुताबिक जनसंख्या नियंत्रण कानून पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने जवाब दाखिल करने के लिए 4 सप्ताह का वक्त मांगा है।

जानकारी के मुताबिक अब इस मामले में अगली सुनवाई 14 अगस्त को तय की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था, यह याचिका भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने दायर की थी। जिसपर सुनवाई के दौरान सरकार ने 4 सप्ताह की मोहलत मांगी है।

ये विशेष याचिका पिछले साल सितम्बर में तब दाखिल की गई थी जब दिल्ली हाईकोर्ट ने अश्विनी उपाध्याय की याचिका को रद्द कर दिया था।

कोरोना वैक्सीन से जरूरी जनसंख्या नियंत्रण कानून: PIL मैन

देश में PIL मैन के नाम से मशहूर अश्विनी उपाध्ययाय जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए दिल्ली हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर कर चुके हैं। कोर्ट नें उनकी याचिकाओं पर संज्ञान भी लिया है।

अब अश्विनी उपाध्याय ने देश में कानून सुधार व कानून लागू करने की माँग की है जिसे उन्होंने कोरोना वैक्सीन से भी आवश्यक करार दिया है।

अश्विनी उपाध्याय ने अपने बयान में कहा कि “कोरोना वैक्सीन से भी ज्यादा जरूरी है: चुनाव सुधार, पुलिस सुधार और न्यायिक सुधार करना, धर्मांतरण नियंत्रण, घुसपैठ नियंत्रण और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना, सभी बच्चों के लिए समान शिक्षा और समान चिकित्सा तथा सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करना।”

इन विषयों पर नजर डालें तो जनसंख्या नियंत्रण व यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे मुद्दों पर सरकार के मंत्री उदाहरण गिरिराज सिंह काफी वोकल रहे हैं। वहीं कुछ दिन पहले खुद देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नें जनसंख्या नियंत्रण पर जरूरी कदम उठाने की बात कही।


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्र वाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’ 

+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

MP उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने खेला आरक्षण कॉर्ड, OBC आरक्षण 14 से 27% बढ़ाने की मांग की !

Next Story

‘रावण का वध करने वाले राम भी क्षत्रिय थे पर सभी ब्राह्मण राम की पूजा करते हैं’- सुब्रमण्यम स्वामी बोले

Latest from स्पेशल

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला, शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी से अधिक आरक्षण को बताया असंवैधानिक

बिलासपुर– छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने शिक्षण संस्थानों में 50% से अधिक आरक्षण को असंवैधानिक बताया है, हाईकोर्ट…